सीरिया पर अमेरिका ने किया हवाई हमला, सैन्य कार्रवाई में ब्रिटेन और फ्रांस का भी सहयोग
नई दिल्ली/वॉशिंगटन। सीरिया पर हुए रासायनिक हमले पर अमेरिका ने बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका ने सीरिया पर हवाइ हमला किया है। इस अमेरिकी कार्रवाई में फ्रांस और इंग्लैड भी शामिल हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया पर एयर स्ट्राइक का आदेश दिया। सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में हाल में सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी। इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे।
The U.S. launched “precision” military strikes against targets inside Syria linked to the recent suspected chemical attack in Douma, Pres. Trump announced on Friday night https://t.co/sDysQE9U0y pic.twitter.com/CDWBriW5ib
— CBS News (@CBSNews) April 14, 2018
रासायनिक हमले को लेकर गुस्साए ट्रंप ने सीरिया के राष्ट्रपति असद को ‘जानवर’ कहकर संबोधित किया था। हालांकि 12 अप्रैल को सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने सीरिया पर हमले को लेकर पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि डौमा पर संदिग्ध रासायनिक हमले के आरोप गलत और झूठे हैं।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया हमले को लेकर रूस को भी घेरा है। ट्रंप ने कहा, ‘सीरिया पर हुआ हमला असद (सीरिया के राष्ट्रपति) के रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को रोकने की रूस की विफलता का प्रत्यक्ष परिणाम है।’ ट्रंप ने कहा है कि सीरिया के खिलाफ अमेरिकी सैन्य कार्रवाई को ब्रिटेन और फ्रांस का समर्थन मिला है।
अमेरिकी मीडिया ने बताया, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया की स्थिति पर आज सुबह 6:30 बजे देश को संबोधित किया और बताया कि वे दमिश्क के बाहर रासायनिक हमले का जवाब देने की योजना कैसे बना रहे हैं। ट्रंप ने अपने वरिष्ठ सैन्य सलाहकारों के साथ पिछले कुछ दिन बिताए और डूमा में हुए घातक हमले के बाद कार्रवाई करने का फैसला करने के लिए फ्रांस और ब्रिटेन के सहयोगियों से बात की। डूमा पूर्वी घौटा के पूर्व विद्रोही-आयोजित गढ़ में सबसे बड़ा शहर है। इसका केंद्र दमिश्क के केन्द्र से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हमले वाले बयान के अगले ही दिन अमेरिका के सात सैन्य विमान सीरिया के समुद्री तट के पास दिखाई दिए। सीरिया में सरकार समर्थक सेना द्वारा विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर ट्रंप ने सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी थी। रासायनिक हमले में 74 लोग मारे गए हैं। सीरियाइ सीमा के नजदीक जहां पर अमेरिकी विमानों की गतिविधि देखी गई, वहां नजदीक ही मेमीम में रूसी एयरबेस और टारटस में नेवल बेस है। इटली के सिसिलिया स्थित अमेरिकी एयरबेस से उड़े छह पी-8 ए और ग्रीस के अमेरिकी अड्डे से उड़े एक ईपी-3ई विमान ने सीरिया के समुद्री तट के नजदीक से गुजरे थे। करीब आठ साल से सीरिया दुनिया की सैन्य ताकतों के लिए मुकाबले का मैदान बना हुआ है। देश की बशर अल असद सरकार को अमेरिका जहां हटाना चाहता है, वहीं रूस उसे बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। दोनों महाशक्तियों के साथ कई देश यहां हो रहे टकराव में शामिल हैं।