(वीडियो) पाक गुरुद्वारे में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को नहीं मिली एंट्री, बताई ये वजह
नई दिल्ली। भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों को पाकिस्तान के दो गरुद्वारों में प्रवेश करने नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि प्रशासन इस बात से नाराज है कि भारत में एक ऐसी फिल्म दिखाई गई, जिससे सिख समुदाय की भावनाएं आहत हुई। भारतीय अधिकारियों अरनजीत सिंह और सुनील कुमार को बुधवार रात गुरुद्वारा ननकाना साहिब और बृहस्पतिवार को गुरुद्वारा सच्चा सौदा में प्रवेश करने से रोक दिया गया।

ये दोनों ही गुरुद्वारे पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैं। गुरूद्वारा प्रशासन ने उन्हें प्रवेश करने से रोका। प्रशासन ने कहा कि भारत सरकार ने ‘नानक शाह फकीर’ को प्रदर्शित करने की अनुमति देकर सिखों की भावना को आहत किया था। विस्थापित लोगों की सम्पति से संबंधित ईटीपी बोर्ड ने कहा कि पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधिकारियों ने भारतीय अधिकारियों को रोका।
रोके गये अधिकारी वीडियो में यह कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘‘गुरु के घर में किसी सिख को प्रवेश करने से नहीं रोका जाता। हमें हैरत है कि आप हमें क्यों रोक रहे हैं?” गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधिकारी यह कहते रहे कि उनका परिसर छोड़कर चले जाना बेहतर होगा।
भारत ने पाकिस्तान सरकार के सामने इस मामले को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। सरकार का कहना है कि दोनों ही अधिकारियों को पाकिस्तान के एमएफए से यात्रा की मंजूरी मिली थी। इसके बावजूद दूतावास के अधिकारियों को 21 और 22 नवंबर को गुरुद्वारा ननकाना साहिब और गुरुद्वारा सच्चा सौदै में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। जिसके परिणामस्वरुप दोनों अधिकारियों को भारतीय श्रद्धालुओं के प्रति अपने राजनयिक कर्तव्यों के बिना ही इस्लामाबाद वापस लौटना पड़ा।