नई दिल्ली। भगवान ने महिला को बहुत खास बनाया है क्योंकि वो सृष्टि को चलाने में सहयोग करती है। एक मां बच्चे को 9 महीने तक गर्भ में पालती है और उसे बहुत दर्द के बाद दुनिया में लाती है। गर्भावस्था के दौरान हर महिला को खास तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। शास्त्रों में गर्भवती महिलाओं के लिए ऐसे मंत्रों का उल्लेख किया गया है, जिससे वो बच्चे की सुरक्षा बढ़ा सकती हैं और बच्चा बुद्धिमान और प्रतापी पैदा होगा। तो चलिए जानते हैं कि वो कौन से मंत्र हैं।
रामरक्षा स्तोत्र– ये भगवान राम का रक्षा मंत्र है, जिसके जरिए मां भगवान राम से प्रार्थना करती है कि वो बच्चे को सुरक्षा प्रदान करें और उसे नकारात्मक प्रभावों से बचाए। इस पाठ का जाप करने से बच्चे में भगवान राम जैसी मर्यादा आती है।
गायत्री मंत्र– गर्भावस्था में गायत्री मंत्र का जाप करना बेहद अच्छा माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि जो महिला गायत्री मंत्र का जाप करती है, उसके बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत अच्छे से होता है और बच्चा बुद्धिमान पैदा होता है।
रामचरितमानस– रामचरितमानस का पाठ करना भी गर्भवती स्त्री के लिए अच्छा माना गया है। इससे मन शांत होता है और बच्चे और मां के बीच रिश्ता मजबूत होता है। रामचरितमानस का पाठ करने से बच्चे में करुणा और दया जन्म लेती है।
हनुमान चालीसा– हनुमान चालीसा का पाठ करने से बच्चा मानसिक और शारीरिक रूप से बलवान होता है। खुद हनुमान गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा करते हैं।
संतान गोपाल मंत्र– संतान गोपाल मंत्र भी गर्भवती महिला को पढ़ना चाहिए। इससे बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मां के प्रसव में भी दिक्कत कम आती हैं।