Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज पर भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना उठाने पड़ सकते हैं भारी नुकसान

Hariyali Teej 2022: महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र और लड़कियां अपने वर की कामना पूरी करने के लिए इस व्रत को करती हैं। भोलेनाथ जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं उतनी ही जल्दी रुष्ट भी हो जाते हैं। व्रत रखते समय जाने-अनजाने में कोई न कोई गलती हो ही जाती है।

Avatar Written by: July 31, 2022 11:20 am

नई दिल्ली। भगवान भोलेनाथ को समर्पित सावन के महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हिन्दू धर्म का विशेष पर्व ‘हरियाली तीज’ का व्रत रखा जाता है। महिलाएं इस दिन मां पार्वती की पूजा अर्चना कर अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। इसके अलावा, सुहागिनें पति की लंबी आयु और कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना के लिए भी ये व्रत रखती हैं। कहा जाता है इस व्रत को पूरे विधि-विधान से करने से वैवाहिक जीवन सुखी होता है। इस बार ये व्रत 31 जुलाई को रखा जाएगा। ये पर्व हर वर्ष सावन के महीने की तृतीया तिथि को पड़ता है। कहा जाता है कि इसी दिन मां पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की थी। यही कारण है कि महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र और लड़कियां अपने वर की कामना पूरी करने के लिए इस व्रत को करती हैं। भोलेनाथ जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी रुष्ट भी हो जाते हैं। व्रत रखते समय जाने-अनजाने में कोई न कोई गलती हो ही जाती है। इसलिए इस दिन उनकी पूजा करते समय भूलकर भी ये गलतियां न करें, वरना भारी नुकसान उठाने पड़ सकते हैं।

1. इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व है। लेकिन अगर किसी कारण व्रत न रख पाएं तो भी सात्विक भोजन ही खाएं। इस दिन लहसुन, प्याज या मांस, मदिरा पान का सेवन करने से परहेज करें।

2.हरियाली तीज के दिन महिलाओं को काले, सफेद या भूरे रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। इन रंगों में से काला रंग शोक और दुख का प्रतीक माना जाता है, जिससे वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

3.इस दिन व्रती महिलाओं को क्रोध और किसी को अपशब्द कहने से बचना चाहिए। जितना हो सके मन को शांत रखने का प्रयास करना चाहिए।


4.हरियाली तीज की रात को जागरण करना काफी शुभ होता है। इस दिन माता का भजन-कीर्तन और ईश्वर का मंत्रोच्चारण  करते हुए रात बितानी चाहिए।

5.हरियाली तीज की पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री मंगलवार के दिन कभी नहीं खरीदनी चाहिए। अगर खरीद भी ली है तो उसका प्रयोग पूजा में न करें।

6.इस पर्व मे सुहागिन महिलाओं के मायके से आने वाले उपहारों जैसे मिठाई, फल, श्रृंगार आदि का सामान ही पूजा में प्रयोग करने का प्रयास करना चाहिए।