
नई दिल्ली। वास्तु और ग्रहों का खेल हर किसी के जीवन में देखने को मिलता है। राशि या नक्षत्र चाहें कुछ भी कहे लेकिन कुछ हमारे कर्म होते हैं, जो हमें सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। अगर हम ग्रहों के विपरीत काम करते हैं तो हमारे जीवन में दरिद्रता वास करती है और शरीर और धन की हानि होती है। हमारे बुजुर्ग हमेशा चप्पलों से जुड़ी सलाह देते हैं कि चप्पल को सही स्थान पर रखें, या घर के दरवाजे पर चप्पल न रखें। चप्पल का सीधा प्रभाव हमारी तरक्की पर पड़ता है। ये बात आपको सुनने में अजीब लगे कि लेकिन ये सच है।
चप्पलों का शनि से है सीधा संबंध
हमारी चप्पलों का सीधा संबंध शनि से होता है और शनि को व्यवस्था और कर्मयोगी होना बहुत पसंद हैं। जब आप घर के दरवाजों पर उल्टी-सीधी चप्पलें रखते हैं तो इससे आपका शनि कमजोर होता है और उसका सीधा असर आपके कर्म और तरक्की पर पड़ता है। हमारे बुजुर्ग भी सलाह देते हैं कि चप्पल को चौखट के बाहर ना उतारे। इसका संबंध मां लक्ष्मी से भी है क्योंकि माना जाता है घर के मुख्य द्वार से ही मां लक्ष्मी आती है। ऐसे में मुख्य द्वार पर चप्पल उतारना ठीक नहीं है।
टूटी चप्पल घर में लाती है दरिद्रता
दूसरा घर में टूटी चप्पल रखने से भी परहेज करना चाहिए और बहुत सारी चप्पल भी नहीं रखनी चाहिए। माना जाता है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा चप्पल रखते हैं, उन पर शनि का नेगेटिव प्रभाव देखने को मिलता है। तो देखा आपने चप्पल सीधे तौर पर आपकी लक्ष्मी, घर की नेगेटिविटी और तरक्की को प्रभावित करती हैं। अगर आप भी शनि के गलत प्रभाव से बचना चाहते हैं तो आज से अपनी चप्पलों को सुव्यवस्थित तरीके से रखना शुरू कर दीजिए।