नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पूजे जाने वाले तैतींस करोड़ देवी-देवताओं में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश का जन्मदिन अर्थात गणेश चतुर्थी आने वाली है। किसी भी मंगल कार्य की शुरूआत करने से पहले भगवान गणेश को याद किया जाता है। गणपति बप्पा को समर्पित गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को मनाई जाएगी। ये त्योहार हर वर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। बहुत धूमधाम के साथ मनाए जाने वाले इस उत्सव पर मंदिरों से लेकर घरों तक में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापित की जाती है। लोग पूरे 10 दिनों तक विधि-विधान से बप्पा की अराधना करते हैं। इसके बाद शीघ्र आने की कामना करते हुए उनका विसर्जन कर देते हैं। इस वर्ष गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहुर्त क्या है और भगवान के स्थापना की विधि क्या हे आइए जानते हैं…
शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी की तिथि का आरंभ 30 अगस्त, मंगलवार की दोपहर 03:34 मिनट से होकर 31 अगस्त, बुधवार की दोपहर 03:23 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। वहीं, गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त 31 अगस्त, बुधवार की सुबह 11:05 से शुरू होकर 1 सितंबर, रात 01:38 पर समाप्त होगा।
गणपति स्थापना की विधि
1.सबसे पहले चौकी पर गंगाजल छिड़ककर इसे शुद्ध करे।
2.इसके बाद चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर अक्षत रखें।
3.अब इस चौकी पर बप्पा की मूर्ति स्थापित करें।
4.भगवान की मूर्ति के दोनों ओर रिद्धि-सिद्धि के रूप में एक-एक सुपारी रख दें।
5.इसके बाद भगवान गणेश पर गंगाजल छिड़क कर उन्हें स्नान कराएं।
6.गणेश जी की मूर्ति के दाईं ओर जल से भरा एक कलश रख दें।
7.अब हाथ में अक्षत और पुष्प लेकर भगवान का ध्यान करें।
8.पूजा करते समय ॐ गं गणपतये नम: मंत्र का जाप अवश्य करें।