नई दिल्ली। ऐसा माना जाता है कि चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2021) के पहले दिन मां दुर्गा का जन्म हुआ था और मां दुर्गा (Goddess Durga) के कहने पर ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्णाण कार्य शुरू किया था। इसलिए चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिंदुओं के नव वर्ष की शुरुआत भी हो जाती है। चैत्र नवरात्र के दिनों में ऋतु परिवर्तन होता है और गर्मी के मौसम की शुरूआत होती है। इसलिए वासंतीय नवरात्र पर ऋतुओं का मिलन होता है और इसी वजह से इन दिनों में उपवास का बड़ा महत्व बताया गया है, जो शरीर की शुद्धि के लिए जरूरी है।
हिंदू पंचांग का अगला महीना चैत्र मास है। जो होली के दिन से शुरू हो जाता है। चैत्र माह हिंदू धर्म के लिए काफी खास होता है क्योंकि इसमें नवरात्रि और राम नवमी पड़ती है। इसके अलावा इस साल अप्रैल काफी खास है क्योंकि इसमें कई बड़े व्रत-त्योहार पड़ने वाले हैं।
13 अप्रैल से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र
नौ दिनों तक चलने वाला ये त्यौहार मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। साथ ही व्रत भी किए जाते हैं। इस साल चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं और 22 अप्रैल को इनका समापन हो रहा है।