नई दिल्ली। आज से पितृ पक्ष (Pitru Paksha) की शुरूआत हो गई है। जो कि 6 अक्टूबर तक रहेंगे। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष है तो उन लोगों के लिए ये समय काफी उपयोगी माना जाता है। पितृ पक्ष के दिनों में लोग अपनी कुंडली में मौजूद दोश को खत्म करने और पित्तरों (Pitra) को प्रसन्न करने उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं।
क्या होता है पितृ दोष होने पर
कहते हैं जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष की समस्या होती है उन लोगों को संतान सुख इतनी आसानी से नहीं मिलता। कई मुश्किलों के बाद जब उन्हें संतान प्राप्ति हो भी जाती है तो ऐसे लोगों की संतान या तो बुरी संगति में पड़ जाती है या फिर उन्हें हमेशा ही नौकरी और व्यापार नें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही ऐसे लोग जिनकी कुंडली में पितृ दोष होता है उनके काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं। घर-परिवार में क्लेश और झगड़े होते रहते हैं। एक तरह से कहें तो जिंदगी में सुख शांति का माहौल नहीं रहता। धन-धान्य के मामले में भी ऐसे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ये लोग अक्सर शारीरिक रूप से भी परेशान रहते हैं। ऐसे लोगों के बच्चों की शादी में भी कई तरह की रूकावटें आती है।
ऐसे करें पितरों को प्रसन्न
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष है तो वो आसानी से दूर कर सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले भाद्रपद पूर्णिमा का का व्रत करें।
फिर घर या व्यापार स्थल पर स्वर्गीय पितरों की साफ तस्वीरें लगाएं।
ध्यान रखें की ये तस्वीर दक्षिण-पश्चिम दीवार या कोने पर ही लगाएं।
दिन शुरू करने के बाद सबसे पहले आप उन्हें प्रणाम जरूर करें।
हर दिन उन्हें माला चढ़ाएं के बाद धूपबत्ती दिखाएं सात ही उनका आशीर्वाद जरूर लें
जितना हो सकते उनके नाम पर जरूरतमंदों को खाना वितरित करें।
हमेशा आपको पितरों के नाम से धार्मिक स्थल पर धन या सामग्री बांटनी चाहिए।
आपके घर या बाहर बड़े बुजुर्ग रहते हैं तो उनसे आशीर्वाद जरूर लें।
अमावस्या पर तर्पण, पिंड दान कर ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए।
इसके अलावा आप गाय, कुत्ते, चीटियों, कौवों या अन्य पशु पक्षियों को भी खाना खिला सकते हैं।