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Surya Grahan 2021: गर्भवती महिलाओं को रखना होगा इन बातों का खास ध्यान, मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर

Surya Grahan 2021: साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) 10 जून को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब जून में साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन शनि जयंती भी है।

नई दिल्ली। साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) 10 जून को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब जून में साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन शनि जयंती भी है। ग्रहण में ‘सूतक काल’ (Sutak Kaal) का अलग अहम महत्व है। लेकिन इस बार सूतक काल मान्य नहीं है, इसलिए धार्मिक कार्यों पर कोई भी मनाही नहीं है। हालांकि गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत सी बातों की मनाही है।

मान्यताओं के अनुसार, किसी भी ग्रहण का सबसे अधिक प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर पड़ने की आशंका रहती है। इस दौरान किए गए कुछ काम से मां और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में ये जानना जरुरी है कि ऐसे कौन से कार्य हैं जिसे ना करके मां और बच्चे को ग्रहण के प्रभाव से बचाया जा सकता है।

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सूर्य ग्रहण में क्या न करें गर्भवती महिलाएं

— गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने से आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा ग्रहण का प्रभाव गर्भवती महिला और उसके गर्भ पर भी पड़ सकता है।

— गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए। इससे गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के त्वचा को नुकसान हो सकता है। ग्रहण की छाया गर्भस्थ शिशु के लिए अशुभ मानी जाती है।

— सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को चाकू, पिन और सुई जैसी नुकीली चीज़ों से दूर रहना चाहिए। कथाओं अनुासार, इनका प्रयोग शिशु में विकृति का कारण बन सकती हैं। ग्रहण के दौरान चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी किसी भी काटने वाली वस्तु का उपयोग नहीं करना चाहिए।

— सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सिर्फ फलाहार करना चाहिए। ग्रहण के दौरान खाना खाने की मनाही होती है।

— सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को सोने की सलाह नहीं दी जाती है। उन्हें फर्श पर फैली घास पर बैठना चाहिए।

— सूर्य ग्रहण से पहले और समाप्त होने के बाद गर्भवती महिलाओं को एक बार जरूर स्नान करना चाहिए। इससे ग्रहण के दूषित तरंगों का असर नहीं पड़ता है।