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कैसा होगा 21 जून को लगने वाले सूर्यग्रहण का नजारा आप भी देखिए!

केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाला नैनीताल के आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के मुताबिक इस सूर्यग्रहण को अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों के साथ ही उत्तर भारत में भी देखा जा सकेगा।

नई दिल्ली। 21 जून यानी रविवार के दिन सूर्यग्रहण लगने वाला है। 21 जून को लगने जा रहा सूर्यग्रहण कैसा नज़र आने वाला है इसको लेकर नासा ने एक वीडियो शेयर किया है। नासा के मुताबिक इस दिन एक बार फिर पूरा ‘रिंग ऑफ़ फायर’ नज़र आने की संभावना है। सूर्यग्रहण धरती और सूरज के बीच में चांद के आ जाने से होता है, हालांकि चांद इतना दूर है कि पूरी तरह सूरज को ढक नहीं पाता है और रिंग ऑफ़ फायर देखने को मिलता है।

Solar eclipse

बता दें कि इससे पहले नासा ने साल 2013 की एक वीडियो शेयर की है जिसमें ऑस्ट्रेलिया में अद्भुत सूर्यग्रहण देखने को मिला था। नासा का कहना है कि ये सूर्यग्रहण ब्रिटेन और अमेरिका में न के बराबर नज़र आएगा।

बता दें कि भारत में साल के सबसे बड़े दिन यानी 21 जून को पड़ने वाला सूर्यग्रहण पूरा नज़र नहीं आएगा। भारत में इसका सिर्फ एक हिस्सा ही नज़र आने की संभावना है। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाला नैनीताल के आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के मुताबिक इस सूर्यग्रहण को अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों के साथ ही उत्तर भारत में भी देखा जा सकेगा।

बताया जा रहा है कि ये सूर्यग्रहण दोपहर 12 बजकर 8 मिनट पर नज़र आएगा, जबकि एक बजकर 45 मिनट पर ये दुनिया के सभी हिस्सों से ख़त्म हो जाएगा। भारत में पूरा सूर्यग्रहण साल 2034 में नज़र आने की संभावना है। संसथान ने बताया कि सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा की वृत्ताकार (गोल) छाया पृथ्वी पर पड़ती है और अंधकारमय क्षेत्र बनाती है। इसको अंब्रा कहा जाता है और अपेक्षाकृत कम अधंकारमय क्षेत्र को पेनंब्रा कहते हैं।