नई दिल्ली। पितृ पक्ष की शुरूआत 10 सितंबर 2022 से शुरू हो चुकी है। इस दौरान लोग अपने पितरों की शांति के लिए तर्पण और दान पुण्य आदि करते हैं। खुश होने पर पितर अपने परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं और नाराज होने पर जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लेकिन सवाल ये भी है कि हम कैसे पहचानें कि पितर कब प्रसन्न हो रहे हैं और कब अप्रसन्न? शास्त्रों में इसके कुछ संकेत बताए गए हैं, जिनके बारे में जानकर आप पितरों की प्रसन्नता और अप्रसन्नता का पता लगा सकते हैं।
पितरों के प्रसन्न होने के संकेत
1.पितरों के प्रसन्न होने पर आकस्मिक धन की प्राप्ति हो जाती है।
2.दीर्घ काल से टल रहे कार्य पूर्ण होने लगते हैं।
3.पितृ पक्ष के दौरान घर की छत पर कौआ दिखाई देता है तो ये पितरों के प्रसन्न होने की निशानी है।
4.श्राद्ध के दौरान अगर कौआ चोंच में तिनका लाता हुआ दिखाई पड़ता है तो ये इस बात का संकेत देता है कि जल्द ही आपको धन लाभ प्राप्त होने वाला है।
5.पितृ पक्ष के दौरान कौआ आपके द्वारा दिए भोजन को ग्रहण कर लेता है तो ये शुभ माना जाता है।
6.इस दौरान गाय और कौवे का एक साथ दिखना पितरों के खुश होने का संकेत होता है।
7.सपने में पितरों का हंसते और खुशहाल अवस्था में दिखाई पड़ना घर में सुख-समृद्धि में वृद्धि होने का संकेत है।
पितरों के अप्रसन्न होने के संकेत
1.पितरों के नाराज होने की अवस्था में घर में तनाव और कलह की स्थिति बनी रहती है।
2.घर के सदस्य आपस में एक दूसरे का सम्मान नहीं करते हैं।
3.जब घर के बड़े और बुजुर्गों का अपमान होने लगता है तो समझ लें पितृ नाखुश हैं।
4.संतान उत्पत्ति में भी बाधा उत्पन्न होने लगती है।
5.पितरों के नाराज होने पर कर्ज की स्थिति में वृद्धि होने लगती है।
6.किए गए परिश्रम का पूरा फल नहीं मिलता है।