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Bearish Crypto: बिल लाकर बैन करने के सरकारी एलान से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में हाहाकार, 17 फीसदी तक गिरावट

बिटकॉइन में रात सवा 11 बजे तक ही 17 फीसदी गिरावट हुई थी। वहीं, इथेरियम में 15 फीसदी और टीथर में करीब 18 फीसदी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।

नई दिल्ली। भारत में क्रिप्टोकरेंसी बैन के लिए बिल लाए जाने के मोदी सरकार के एलान के बाद निजी क्रिप्टोकरेंसी बाजार में हाहाकार मच गया। बिटकॉइन समेत सारी क्रिप्टोकरेंसी में मंगलवार देर रात बड़ी गिरावट हुई। ये गिरावट 17 फीसदी तक देखी गई। बिटकॉइन में रात सवा 11 बजे तक ही 17 फीसदी गिरावट हुई थी। वहीं, इथेरियम में 15 फीसदी और टीथर में करीब 18 फीसदी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में निजी क्रिप्टोकरेंसी बाजार में इसी तरह हाहाकार मचा रहेगा। मंगलवार देर रात तक एक बिटकॉइन की कीमत गिरकर 37.98 लाख चल रही थी। भारतीय निवेशकों को डर है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाती है, तो उन्हें दिक्कत हो सकती है। इसी वजह से उन्होंने बिकवाली शुरू कर दी। सरकार ने संसद को इस बारे में बिल का जो प्रावधान भेजा है, उसमें साफ लिखा है कि निजी क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाया जाएगा और रिजर्व बैंक की ओर से डिजिटल मनी लाई जाएगी। हालांकि, इसमें कहा गया है कि क्रिप्टोकरेंसी की तकनीक और उसके उपयोग को प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

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भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी के नियमन का कोई कानून नहीं है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बता चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी बीते दिनों लगातार कह चुके हैं कि क्रिप्टोकरेंसी से देश के युवाओं को खतरा पैदा हो रहा है। इसके अलावा क्रिप्टो के जरिए आतंकवाद को फंडिंग जैसे मसलों पर भी वो चिंता जता चुके हैं। इसके बाद से ही लग रहा था कि सरकार प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

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सरकार की ओर से लाए जाने वाले बिल के पास होने के बाद क्रिप्टोकरेंसी पर बैन तो लगेगा ही, साथ ही रिजर्व बैंक के लिए अपनी डिजिटल मनी लाने का रास्ता साफ हो जाएगा। शक्तिकांत दास ने पहले कहा था कि रिजर्व बैंक डिजिटल मनी का पायलट प्रोजेक्ट दिसंबर में शुरू करना चाहता है। माना जा रहा है कि बिल पास होकर राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने तक दिसंबर का महीना खत्म हो जाएगा। ऐसे में डिजिटल मनी का पायलट प्रोजेक्ट अब जनवरी में शुरू हो सकता है।