Credit Suisse: दुनिया पर मंडरा रहा है बड़ी मंदी का खतरा! क्रेडिट सुईस के फेल होने से मच सकता है हाहाकार
रूस-यूक्रेन यूद्ध के बीच दुनिया पर एक बार फिर मंदी का खतरा मंडराने लगा है। स्विटजरलैंड की नामचीन फाइनेंशियल क्रेडिट सुईस Credit Suisse के शेयर अपने सबसे गिरावट के दौर को देख रहे हैं। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। क्रेडिट सुईस के सीईओ उलरिच कोरनर ने सबकुछ ठीक करने के लिए 100 दिन का वक्त मांगा है।
बर्न। रूस-यूक्रेन यूद्ध के बीच दुनिया पर एक बार फिर मंदी का खतरा मंडराने लगा है। स्विटजरलैंड की नामचीन फाइनेंशियल क्रेडिट सुईस Credit Suisse के शेयर अपने सबसे गिरावट के दौर को देख रहे हैं। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। क्रेडिट सुईस के सीईओ उलरिच कोरनर ने सबकुछ ठीक करने के लिए 100 दिन का वक्त मांगा है। उलरिच ने जुलाई में सीईओ का पद संभाला था। उसके बाद से ही क्रेडिट सुईस की हालत डांवाडोल होती जा रही है। 1 साल पहले के आंकड़ों को देखें, तो क्रेडिट सुईस का मार्केट कैपिटल 22.3 अरब डॉलर था। अब ये गिरकर 10.4 अरब डॉलर रह गया है। कंपनी के शेयर की कीमत 3.92 डॉलर हो गई है। पहले इसका शेयर करीब 14 डॉलर की कीमत का था।
Analysis: Credit Suisse’s turnaround just got a lot tougher as market reels https://t.co/4fBk9yPn1L pic.twitter.com/4HB8ivPPS8
— Reuters (@Reuters) October 4, 2022
कंपनी के फेल होने की आशंकाएं इस वजह से भी गहराई हैं, क्योंकि इसकी क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप CDS में 15 फीसदी का उछाल आया है। इसका मतलब ये है कि कंपनी के फेल होने के आसार काफी ज्यादा हैं। पहले सीडीएस 57 बीपीएस था। अब ये बढ़कर 247 बीपीएस पर आ गया है। क्रेडिट सुईस के सीईओ उलरिच ने निवेशकों को भेजे मेमो में लिखा है कि शेयर की कीमत कंपनी की खराब वित्तीय स्थिति को दिखा रही है। हालांकि, उनका दावा है कि क्रेडिट सुईस का कैपिटल बेस और तरलता यानी लिक्विडिटी की हालत बेहतर और मजबूत है। क्रेडिट सुईस का 1 साल पहले जो मार्केट कैपिटल था, उसमें 53 फीसदी की गिरावट आई है। इस कंपनी से सीनियर डील मेकर जेन्स वेल्टर ने 27 साल बाद इस्तीफा दे दिया था।
क्रेडिट सुईस की ये हालत पिछली बार 2008 में अमेरिकी कंपनी लेहमैन ब्रदर्स दिवालिया हो गया था। 15 सितंबर 2008 को कंपनी ने दिवालियापन का एलान किया था। लेहमैन को बचाने के लिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कई कंपनियों से बातचीत की थी। ताकि उसमें पैसा लगाया जा सके, लेकिन सारी बातचीत विफल रही थी। इस कंपनी के दिवालिया होने से 600 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ था। मंदी के दौर में लेहमैन का दिवालिया होना दुनिया और अमेरिका के लिए बड़ा झटका था। अब क्रेडिट सुईस की माली हालत इसी वजह से निवेशकों को डरा रही है।