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RBI Repo Rate Hike: आरबीआई ने फिर बढ़ाई ब्याज दर, जानिए आपकी जेब पर कितना पड़ेगा असर?

RBI Repo Rate Hike: रेपो रेट में किसी भी तरह के बदलाव से होम लोन का इंटरेस्ट रेट भी प्रभावित होता है। वहीं, रेपो रेट में वृद्धि होने से होम लोन की किस्तों में भी बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा, एमसीएलआर, बेस रेट और बीपीएलआर से जुड़े पुराने होम लोन पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा

नई दिल्ली। आरबीआई (RBI) ने एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी कर दी है। ऐसा लगातार चौथी बार हुआ है जब ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट (Repo rate) में 50 बेसिस अंक बढ़ाया है। रेपो रेट उस दर को कहा जाता है, जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है। रेपो रेट्स बढ़ने से बैंकों की कॉस्ट ऑफ बोरोइंग यानी उधारी की लागत के भी वृद्धि होगी। परिणामस्वरूप होम लोन (Home loan) समेत सभी तरह के लोन काफी महंगे हो जाएंगे। गौरतलब है कि बैंक द्वारा दिए जाने वाले नए रिटेल लोन किसी एक्सटरनल बेंचमार्क से कनेक्ट होते हैं। अधिकांश मामलों में ये रेपो रेट से जुड़ा होता है। यही कारण है कि रेपो रेट में किसी भी तरह के बदलाव से होम लोन का इंटरेस्ट रेट भी प्रभावित होता है। वहीं, रेपो रेट में वृद्धि होने से होम लोन की किस्तों में भी बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा, एमसीएलआर, बेस रेट और बीपीएलआर से जुड़े पुराने होम लोन पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। बता दें, रेपो रेट में मई के महीने से 190 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा किया जा चुका है। रेपो रेट में बढ़ोत्तरी होने से आपके होम लोन की ईएमआई भी महंगी हो जाएगी। उदाहरण के तौर पर मान लीजिए, किसी व्यक्ति ने किसी बैंक से 20 साल की अवधि के लिए लिया होम लिया है। पहले  उसकी होम लोन की दर 8.10 प्रतिशत थी। ऐसे में 30 लाख रुपये के लोन पर पहले उसे 25,280 रुपये की ईएमआई देनी होती थी, लेकिन अब रेपो रेट बढ़ने के बाद से उसे 26,225 रुपये चुकाने पड़ेंगे।

आरबीआई की ओर से रेपो रेट में की गई 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी होने से रिजर्व बैंक की ओर से बैंकों को महंगी दर पर लोन मिलेगा। ऐसी स्थिति में बैंक इस बढ़ोतरी को ग्राहकों को ट्रांसफर कर देते हैं, जिससे उनके लोन की दरें महंगी हो जाती हैं। इस रेपो रेट की वृद्धि से नए लोन तो महंगे होते ही हैं, साथ ही पहले से चल रहे होम लोन या ऑटो लोन की ईएमआई भी बढ़ जाती है। हालांकि, पर्सनल लोन की ईएमआई पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन नए पर्सनल लोन की कीमतें बढ़ जाएंगी।

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अगर किसी व्यक्ति ने आठ लाख का ऑटो लोन सात वर्ष के लिए लिया हुआ है तो उसकी ब्याज दरें 11 प्रतिशत से बढ़कर 11.50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। इससे किस्तों में भी इजाफा होगा। और ये रकम 211 रूपये की वृद्धि के साथ 13,698 रुपये से बढ़कर 13,909 रुपये हो जाएगी। इसी प्रकार पांच लाख रुपये का लोन पांच साल के लिए लेने वालों का इंटरेस्ट रेट 15 प्रतिशत से बढ़कर 15.50 प्रतिशत पहुंच जाएगा, जिसके बाद अब उसे 11,895 रुपये के स्थान पर 12,027 रुपये का भुगतान करना होगा।