नई दिल्ली। पिछले दो साल से कोरोना की मार की वजह से दुनियाभर की अर्थव्यवस्था ने दम तोड़ दी है। दुनिया के लगभग सभी देशों के शेयर बाजार धाराशायी हो गए हैं। भारत भी इससे अछुता नहीं था। लेकिन देखते ही देखते नरेंद्र मोदी सरकार की सफल आर्थिक नीतियों की वजह से बाजार में एक बार फिर से रौनक लौटी। भारत को लेकर दुनिया की कई एजेंसियां इस बात का अनुमान लगा चुकी है कि जल्द ही भारत दुनिया की सबसे तेज उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में पटल पर होगा। इसी के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। भारत में शेयर बाजर में पिछले कुछ महीनों से अतिरिक्त उछाल देखने को मिल रही है।
सेंसेक्स एक तरफ लगातार बेहतरी की ओर जाता दिख रहा है वहीं घरेलू शेयर बाजार में भारत की धमक भी कम नहीं हुई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी आज 16,000 के आंकड़े को भी पार कर गया जो अपने आप में कीर्तिमान है। वहीं सेंसेक्स ने भी अतिरिक्त उछाल लेते हुए 53,400 के आंकड़े को छू लिया है। यह भी अपने आप में कीर्तिमान है। 2014 में मोदी सरकार के गठन के समय जो सेंसेक्स 20000 के आंकड़े के करीब था। उसने 7 साल के मोदी सरकार के कार्यकाल और दो साल से कोरोना की वजह से बनी विषम परिस्थिति के बाद भी 53 हजार के आंकड़े को पार कर लिया है। यह मोदी सरकार की सफल आर्थिक नीतियों का ही नतीजा है।
शेयर बाजार में ये अतिरिक्त उछाल सकारात्मक आर्थिक संकेतों का सूचक है। IT और FMCG के शेयरों में आई तेजी के चलते ही शेयर बाजार में निफ्टी ने ये कीर्तिमान हासिल किया है।
सुबह जैसे ही बाजार खुला निफ्टी में 130 से ज्यादा अंकों की बढ़त देखी गई और इंडेक्स 16 हजार की संख्या को पार कर गया जबकि सेंसेक्स 500 के करीब अंक चढ़कर 53 हजार के पार कर गया। देश में लगातार सरकार की तरफ से दिए जा रहे आर्थिक पैकेज और जुलाई 2021 में आए जीएसटी कलेक्शन में रिकॉर्ड तेजी की वजह से अर्थव्यवस्था में रिकवरी की उम्मीद बढ़ी है और यही बाजार में उछाल की वजह है।