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राणा कपूर की कंपनी भी संभाल रहे थे यस बैंक के शीर्ष अधिकारी : ईडी

ईडी (Enforcement Directorate) ने कहा कि राणा कपूर (Rana Kapoor) ने जून में वित्तीय जांच एजेंसी को अपने बयान में कहा था कि वह निजी ऋणदाता के तत्कालीन एमडी और सीईओ राणा कपूर को रिपोर्ट करते थे।

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने कथित 3,700 करोड़ रुपये के यस बैंक धोखाधड़ी (Yes Bank Fraud Case) मामले की जांच करते हुए दावा किया है कि बैंक के वित्तीय एवं निवेश रणनीति के तत्कालीन अध्यक्ष वरुण मनमोहन कपूर बैंक के संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor) और उनके परिवार के सदस्यों की अन्य कंपनियों के काम को भी संभालते थे। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 13 जुलाई को मुंबई की एक पीएमएलए अदालत में दायर ईडी के पूरक आरोपपत्र (चार्जशीट) में इस रहस्योद्घाटन का जिक्र है। इसमें 11 अन्य अभियुक्तों के नाम भी शामिल हैं।

rana kapoor

ईडी ने कहा कि कपूर ने जून में वित्तीय जांच एजेंसी को अपने बयान में कहा था कि वह निजी ऋणदाता के तत्कालीन एमडी और सीईओ राणा कपूर को रिपोर्ट करते थे। इसके साथ ही उन्होंने ईडी से यह दावा भी किया कि वह डीओआईटी क्रिएशन (आई) प्राइवेट लिमिटेड (डीसीपीएल) के मामलों को भी संभाल रहा रहे थे, जो कि कपूर परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी है।

डीसीपीएल में उनकी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में पूछे जाने पर, कपूर ने कहा कि उन्हें 2018 में सीईओ के तौर पर नियुक्त किया गया था और फर्म राणा कपूर की तीन बेटियों राधा, रोशनी और रेखा के स्वामित्व वाली मॉर्गन क्रेडिट्स प्राइवेट लिमिटेड (एमसीपीएल) की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी थी। यह तीनों डीसीपीएल के भी मालिक थे।

Enforcement Directorate

ईडी ने यह भी कहा कि कपूर ने उन्हें बताया था कि राणा कपूर की बेटियों का डीसीपीएल के दिन-प्रतिदिन के मामलों में बहुत सीमित दखल होता था। यह भी पता चला है कि राणा कपूर के निर्देश पर कपूर को 2016 से 2018 के बीच डीसीपीएल और उसकी समूह की कंपनियों डीओआईटी क्रिएशन (आई) प्राइवेट लिमिटेड, डीओआईटी क्रिएटिव कंज्यूमर वेंचर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, डीओआईटी अर्बन वेंचर (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, आरएवीआई आदि में निवेश के अवसरों का मूल्यांकन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

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कुल 19 व्यक्तियों या संस्थाओं के खिलाफ 100 पन्नों का अनुपूरक आरोपपत्र (चार्जशीट) दायर किया गया है, जिसमें पिछली चार्जशीट में शामिल आठ नाम भी हैं, जिसे धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत विशेष अदालत में दायर किया गया है।

आरोपियों में दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएफएचएल) के सीएमडी कपिल वधावन, उनके भाई और डीएचएफएल के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर धीरज वधावन, राणा कपूर, उनकी पत्नी बिंदू, उनकी बेटियां और चार्टर्ड अकाउंटेंट धुलरेश जैन के नाम शामिल हैं।