नई दिल्ली। कोरोनावायरस का संक्रमण चीन से शुरू हुआ। चीन के एक शहर वुहान में इसने ऐसा कहर ढाया की यहां की जनता 76 दिनों से अदिक समय के लिए अपने घरों में कैद हो गई पूरा सड़कें सुनसान पड़ गईं। पूरे शहर में मौत का तांडव शुरू हो गया। लेकिन यह शुरू कैसे हुआ यह जानना जरूरी है।
18 सितंबर 2019 की दोपहर को वुहान के तिआन्हे एयरपोर्ट के कस्टम ऑफिस में एक इमरजेंसी मैसेज आया। मैसेज में कहा गया कि लैंड करने वाली फ्लाइट में एक पैसेंजर बीमार है और उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसके बाद एयरपोर्ट के स्टाफ इमरजेंसी मोड में आ गए।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, 18 सितंबर को इमरजेंसी मैसेज मिलने के बाद वुहान के एयरपोर्ट पर मौजूद मैनेजर ने अपने स्टाफ को इमरजेंसी डील की पूरी प्रक्रिया समझाई। स्टाफ प्रोटेक्टिव मास्क लगाकर जरूरी कार्रवाई करने लगे।
चीन की स्टेट मीडिया के एक पत्रकार के मुताबिक, इसके कुछ वक्त बाद वुहान के प्राथमिक सहायता केंद्र ने जानकारी दी कि जांच में संबंधित मरीज के नॉवेल कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला है। चीनी मीडिया ने पूरी घटना को एक ड्रिल (अभ्यास) बताया।
तब चीनी मीडिया ने कहा था कि वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स के आयोजन को लेकर इमरजेंसी रेस्पॉन्स की जांच करने के लिए कोरोना वायरस ड्रिल किया गया। अगले महीने चीन में होने वाले वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स में 10 हजार प्रतिभागी हिस्सा लेने वाले थे। अधिकारियों ने ड्रिल को सफल करार दिया था। लेकिन इंटरनेशनल मीडिया में अब सवाल उठ रहे हैं कि चीन ने इसी अभ्यास को क्यों चुना? सोशल मीडिया पर भी लोगों ने सवाल उठाए हैं कि उन्होंने नए कोरोना वायरस को लेकर ही ड्रिल क्यों किया?
18 अक्टूबर 2019 से शुरू हुआ वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स 9 दिन तक चला था। और खास बात यह कि मिलिट्री गेम्स के दौरान कई एथलीट काफी अधिक बीमार हो गए थे। ऐसे में इस बात को लेकर कयास तेज हो गए कि विश्व भर में संक्रमण की वजह ये भी रही है।