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दिल्ली में कोरोना केस का टूटा रिकॉर्ड, 24 घंटे में 792 केस, 15 लोगों की मौत

दिल्ली सरकार ने कोरोना बुलेटिन जारी करते हुए कहा, “बीते 24 घंटों में 792 नए कोरोना पॉजिटिव रोगियों का पता लगा है। इसी के साथ दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव रोगियों संख्या अब 15257 पहुंच गई है।”

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोनावायरस से 15 लोगों की मृत्यु हो गई। इसके साथ ही दिल्ली में 792 नए कोरोना पॉजिटिव रोगी सामने आए हैं। अभी तक एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक कोरोना रोगी हैं। दिल्ली में अब तक कोरोना पॉजिटिव लोगों की कुल संख्या 15 हजार से अधिक से हो चुकी है।

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बुधवार को 792 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव लोगों की कुल संख्या 15257 हो गई है। वहीं दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 303 हो गई है। दिल्ली सरकार ने कोरोना बुलेटिन जारी करते हुए कहा, “बीते 24 घंटों में 792 नए कोरोना पॉजिटिव रोगियों का पता लगा है। इसी के साथ दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव रोगियों संख्या अब 15257 पहुंच गई है।”

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि इन कोरोना पॉजिटिव रोगियों में से 7264 रोगी अभी तक स्वस्थ हो चुके हैं। दिल्ली में फिलहाल 7690 एक्टिव कोरोना रोगी है। स्वस्थ हो चुके 310 व्यक्तियों को मंगलवार से बुधवार के बीच अस्पताल से छुट्टी दी गई है।

Arvind Kejriwal

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई बात नहीं है। दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर 117 प्राइवेट अस्पतालों में 20 प्रतिशत बेड को कोविड के लिए रिजर्व कर दिया है। अब सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कुल 4500 बेड हैं, जिसमें से लगभग 2 हजार बेड इस्तेमाल हो रहे हैं और 2500 बेड अभी खाली हैं। इसके अलावा जीटीबी अस्पताल में भी 1500 ऑक्सीजन बेड तैयार किए जा रहे हैं।”

दिल्ली में कोरोना के 191 रोगी आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से 32 लोग वेंटिलेटर पर हैं। गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने उन सभी इलाकों को हॉटस्पॉट मानकर सील किया है जहां कोरोना के 3 से अधिक मामले एक साथ पाए गए हैं।

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दिल्ली सरकार ने 3878 कोरोना पॉजिटिव रोगियों को उनके घर में ही आइसोलेशन में रखा है। दिल्ली सरकार के मुताबिक इन व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई बड़ी समस्या नहीं है। सभी को घरों के अंदर आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। साथ ही इस दौरान यह लोग लगातार फोन के माध्यम से डॉक्टरों के संपर्क में रहेंगे।