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कोरोना से लड़ाई के मामलों में पूरे देश में सबसे अव्वल है गुजरात, पिछले दस दिनों में दोगुने से अधिक हुआ पेशेंट डिस्चार्ज रेट

दूसरे राज्यों के मुकाबले गुजरात में कोरोना के ठीक हो रहे मरीजों की दर बेहद अधिक है। पंजाब में कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर केवल 9 फीसदी है। चंडीगढ़ में यह 14 फीसदी, महाराष्ट्र में 19 फीसदी, ओडिशा में 21 फीसदी जबकि पश्चिम बंगाल मे यह 21 फीसदी तक सीमित है।

नई दिल्ली। कोरोना से लड़ाई में गुजरात उपलब्धियों के नए कीर्तिमान बना रहा है। गुजरात में कोरोना के मरीज़ बेहद तेज गति से ठीक हो रहे हैं। कोरोना के मरीजों के ठीक होने की यह दर पूरे देश के औसत से भी अधिक है। अब तक गुजरात में कोरोना के 2545 मरीज़ इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं।

Corona
कल यानि 10 मई को ही 454 मरीज़ों को डिस्चार्ज किया गया है। ये सभी ठीक हो चुके हैं। गुजरात का पेशेंट डिस्चार्ज रेट पिछले दस दिनों में दोगुने से भी अधिक हो गया है। यह पहले 15.58 फीसदी हुआ करता था जो अब बढ़कर 32.64 फीसदी पहुंच चुका है। यह उपलब्धि मायने रखती है। गुजरात का ये औसत पूरे देश के राष्ट्रीय औसत 30.75 फीसदी से भी अधिक है।


दूसरे राज्यों के मुकाबले गुजरात में कोरोना के ठीक हो रहे मरीजों की दर बेहद अधिक है। पंजाब में कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर केवल 9 फीसदी है। चंडीगढ़ में यह 14 फीसदी, महाराष्ट्र में 19 फीसदी, ओडिशा में 21 फीसदी जबकि पश्चिम बंगाल मे यह 21 फीसदी तक सीमित है।

Corona Test
तमिलनाडु में कोरोना के मरीजों के ठीक होने की दर 28 फीसदी है जबकि दिल्ली में यह 30.9 फीसदी है। गुजरात इस मायने में इन सभी राज्यों से आगे है। गुजरात में कोरोना के मरीजों के ठीक होने का आंकड़ा 32.64 फीसदी है जिसे दूसरा कोई भी राज्य छू नही सका है।