नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से कोरोना का कनेक्शन पाए जाने के बाद से पूरी दिल्ली में हड़कंप मचा हुआ है। इतना ही जमात के मरकज में आए जिस शख्स की मौत हुई थी, अब उसके परिवार को क्वारनटीन कर लिया गया है। जमात के मरकज में आए जिस शख्स की मौत हुई थी, अब उसके परिवार को क्वारनटीन कर लिया गया है।
आपको बता दें कि तब्लीगी जमात के मरकज में करीब 14 सौ लोग ठहरे हुए थे, जो देश के कई हिस्सों से आए हुए थे। जिसमें तमिलनाडु और तेलंगाना से भी लोग आए हुए थे। कोरोना से कनेक्शन सामने आने के बाद तेलंगाना और तमिलनाडु में निजामुद्दीन स्थित मरकज आए लोगों की तलाश शुरू हो गई है। बता दें कि तेलंगाना में 194 लोगों को क्वारनटीन किया गया, जबकि तमिलनाडु में 981 लोगों की पहचान कर ली गई और इनका टेस्ट किया जा रहा है।
दरअसल, दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज में करीब 14 सौ लोग ठहरे हुए थे, जिसमें विदेशी भी शामिल थे। जमात के विदेशी मेहमानों में ज्यादातर मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक हैं। दिल्ली आने से पहले ये ग्रुप 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच मलेशिया की राजधानी क्वालालंपुर में एक धार्मिक जलसे में शामिल हुआ था। इस जमात के कई लोगों के कोरोना से पीड़ित होने के मामले सामने आ चुके हैं। प्रशासन को जैसे ही इनका पता चला हड़कंप मच गया।
पुलिस, मेडिकल और WHO की टीम भी फौरन मौके पर पहुंची। देर रात तक मरकज को खाली कराने का सिलसिला चलता रहा। मरकज में शामिल 14 सौ लोगों में 11 के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हो चुकी है। इन 11 में 10 लोग इंडोनेशिया के नागरिक हैं।यहीं पर 64 साल के एक और शख्स की मौत होने के बाद 34 लोगों के सैंपल जांच के लिए LNJP अस्पताल भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट का इंतजार है। इस बीच जान गंवाने वाले शख्स के 18 परिजनों को हैदराबाद में क्वारनटीन किया गया है।
दिल्ली में रात को मरकज से करीब 100 से ज्यादा संदिग्ध लोगों को 3 बसों में भरकर ले जाया गया। हेल्थ विभाग की टीम ने इलाके के डीएम और पुलिस के साथ मिलकर इन्हें मरकज से निकाला। इसमें जो ज्यादा बीमार लग रहे हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि संदिग्ध लोगों को नरेला में आइसोलेशन में भेजा गया है। इस लापरवाही को लेकर केजरीवाल सरकार भी सख्त नजर आ रही है। तब्लीगी जमात के सेंटर के मौलाना के खिलाफ केजरीवाल सरकार ने एफआईआर दर्ज कराने का फैसला किया है।
Delhi Government to ask police to register FIR against Maulana of Markaz, Nizamuddin: Delhi Govt
Around 300-400 people had attended a religious gathering at Markaz & 163 people from Nizamuddin, likely to be infected with #COVID19, have been admitted to Lok Nayak Hospital, Delhi. pic.twitter.com/DrVxvqEcPq
— ANI (@ANI) March 30, 2020
हालांकि मरकज की तरफ सफाई भी आई है। मौलाना यूसुफ ने सफाई दी है कि लॉकडाउन लागू होने से पहले ही वहां पर देशी विदेशी गेस्ट ठहरे हुए थ। लिहाजा उन्होंने सरकार के आदेश का पालन किया कि जो जहां है वहीं ठहरे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर रही पुलिस मास्क, ग्लब्स समेत सारे एहतियात बरत रही है। वहीं पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।