भारत में ऑक्सफोर्ड कोरोना वैक्सीन के दूसरे फेज का ट्रायल आज से शुरू

भारत में मंगलवार से पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) कोविशील्ड (Covshield) के दूसरे चरण (Second stage) का क्लीनिकल ट्रायल (Clinical trial) शुरू किया जाएगा।

Avatar Written by: August 25, 2020 11:09 am
corona vaccine

नई दिल्ली। भारत में मंगलवार से पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) कोविशील्ड (Covshield) के दूसरे चरण (Second stage) का क्लीनिकल ट्रायल (Clinical trial) शुरू किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि ‘कोविशील्ड’ की सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता जांचने के लिए पुणे स्थित भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में स्वस्थ वयस्क भारतीयों पर नियंत्रित अध्ययन किया जाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भारत में अपने कोरोना वैक्सीन के उत्पादन के लिए पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को पॉर्टनर बनाया है।

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वैक्सीन को लेकर कयासबाजियां जारी

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में सरकार एवं विनियामक मामलों के अतिरिक्त निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने कहा कि हमें केंद्रीय औषधि मानक एवं नियंत्रण संगठन से सभी मंजूरी मिल गई है। हम 25 अगस्त से भारती विद्यापीठ चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में मानव क्लीनिकल परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्‍सीन कोविशील्ड 73 दिन के भीतर बाजार में उपलब्‍ध होगी। मगर कंपनी का कहना है कि यह केवल कयास हैं। वैक्‍सीन बाजार में तभी आएगी जब ट्रायल सफल हों और रेगुलेटरी अप्रूवल मिल जाए।

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भारत में 17 सेंटर्स पर वैक्सीन का ट्रायल जारी

‘नेचर’ जर्नल में छपी स्‍टडी के मुताबिक, बंदरों पर यह वैक्‍सीन पूरी तरह असरदार साबित हुई। उनमें कोविड-19 के प्रति इम्‍यूनिटी डेवलप हुई। इंसानों पर फेज 1 और 2 ट्रायल पूरा हो चुका है। भारत, ब्राजील समेत दुनिया के कई देशों में फेज 3 ट्रायल जारी है। 17 सेंटरों पर 1600 लोगों के बीच यह ट्रायल 22 अगस्त से शुरू हुआ है। हर सेंटर पर करीब 100 वालंटिअर हैं। नवंबर तक ट्रायल पूरा होने की उम्‍मीद है। नतीजे अच्‍छे रहे तो रेगुलेटरी अप्रूवल के बाद वैक्‍सीन का लार्ज-स्‍केल प्रॉडक्‍शन शुरू होने में अगले साल की शुरुआत तक का वक्‍त लग सकता है।