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कोरोना की उत्पत्ति को लेकर ट्रंप की पार्टी ने जारी किया रिपोर्ट, कहा- चीन की वुहान लैब से लीक हुआ वायरस

Corona Origin: रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वायरस के लीक होने कई महीने बाद दुनिया ने इस बीमारी पर ध्यान देना शुरू किया। बता दें कि यह रिपोर्ट हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के शीर्ष रिपब्लिकन और टेक्सास के 10 वें कांग्रेस जिले के प्रतिनिधियों द्वारा तैयार किया गया है।

नई दिल्ली। कोरोना के प्रसार को लेकर कई बार चीन दुनियाभर के ताकतवर देशों के निशाने पर आता रहा है। ऐसे में कई देशों ने चीन पर आरोप लगाए कि कोविड-19 जैसे गंभीर वायरस चीन के वुहान लैब से फैला है। हालांकि चीन इन आरोपों से खुद को बचाता रहा है और उन आरोपों को बेबुनियाद बताता रहा है। ऐसे में अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी अमेरिकी रिपब्लिकन की तरफ से कोरोना की उत्पत्ति को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई जो चीन को कटघरे में खड़ा करती है। बता दें कि इस रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान मीट बाजार से नहीं बल्कि लैब से लीक हुआ है। बता दें कि सोमवार को अमेरिकी रिपब्लिकन ने कोरोना वायरस को लेकर एक रिपोर्ट में दावा किया है कि कोरोना महामारी को जन्म देने वाले इस वायरस की उत्‍पत्ति चीन के वुहान लैब से हुई है।

Wuhan Lab Jinping

बता दें कि इस मुद्दे को लेकर बहस पिछले साल से जारी है। लेकिन चीन ने लगातार इससे मना किया है। वहीं अमेरिकी रिपब्लिकन की रिपोर्ट में इस बात को खारिज कर दिया गया है कि यह भयानक वायरस मीट बाजार में पाया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर साफ सबूत हैं कि यह सितंबर से पहले वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से लीक हुआ था।

corona

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वायरस के लीक होने कई महीने बाद दुनिया ने इस बीमारी पर ध्यान देना शुरू किया। बता दें कि यह रिपोर्ट हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के शीर्ष रिपब्लिकन और टेक्सास के 10 वें कांग्रेस जिले के प्रतिनिधियों द्वारा तैयार किया गया है। रिपब्लिकन कर्मचारियों द्वारा तैयार की गई इस रिपोर्ट को माइक मैककॉल द्वारा जारी किया गया। रिपोर्ट को जारी करते हुए उन्होंने कोरोना वायरस के उत्‍पत्ति की द्विदलीय जांच का आह्वान किया।

कोरोना प्रसार पर रिपोर्ट में कहा गया है कि, लैब में सुरक्षा प्रोटोकॉल के पुख्ते इंतजाम नहीं किए गए थे। रिपोर्ट में साफ तौर पर आरोप लगाए गए हैं कि वुहान लैब में चीनी वैज्ञानिक इंसानों को संक्रमित करने के लिए कोरोना वायरस को बदलने के लिए काम कर रहे थे। जिसे छिपाया जा सकता था। जानकारी के मुताबिक वुहान लैब को अमेरिका और चीनी सरकार दोनों से भारी फंडिंग मिल रही थी। इसे अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फौसी ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि, वुहान लैब को हजारों डॉलर की फंडिंग दी गई।Wuhan Lab

ट्रंप की पार्टी की इस रिपोर्ट के अलावा अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी खुफिया एजेंसियों को वायरस की उत्‍पत्ति का पता लगाने का जिम्मा सौंपा है। बता दें कि वुहान शहर ही वो जगह है जहां दिसंबर 2019 में कोविड-19 का पहला मामला सामने आया था।