नई दिल्ली। कोरोना काल में सबका यही सवाल है कि आखिर कोरोना की वैक्सीन कब तक आएगी। ऐसे में कई बार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस बात को माना कि इस साल के अंत तक या फिर अगले साल की शुरुआत तक कोरोना की वैक्सीन मिल सकती है। लेकिन अब सवाल का जवाब देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि, कोरोना की वैक्सीन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। WHO ने कहा है कि, वैक्सीन सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स और उन लोगों को दी जाएगी जिन्हें इन्फेक्शन का ज्यादा खतरा होगा। ऐसे वैक्सीन आने के बाद ऐसे ही लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामिनाथन (Soumya Swaminathan) ने ऑनलाइन आयोजित एक कार्यक्रम में कहा है कि साल 2021 के अंत तक असरदार वैक्सीन आ जरूर जाएगी लेकिन इसकी मात्रा सीमित होगी। सौम्या स्वामिनाथन ने कार्यक्रम में वैक्सीन की प्राथमिकता को लेकर योजना भी बताई।
वैक्सीन आने के बाद प्राथमिकता के तौर पर ये किसे दिया जाएगा, इसको लेकर स्वामिनाथन ने बताया कि ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन दी जाए। हालांकि, वहां भी देखा जाएगा कि किसे कितना खतरा है। वहां से शुरुआत होने के बाद बुजुर्गों को और फिर इस तरह से और आगे बाकियों की दी जाए।’ उन्होंने कहा कि औसत इंसान, युवा स्वस्थ इंसान को वैक्सीन के लिए 2022 तक इंतजार करना पड़ सकता है।
स्वामिनाथन ने ये भी कहा कि जिस हिसाब से वैक्सीन की जरूरत है, उस मात्रा में अभी किसी ने भी वैक्सीन नहीं बनाई हैं। इसलिए 2021 में वैक्सीन तो होगी लेकिन वह काफी सीमित मात्रा में ही होगी। ऐसे में एक फ्रेमवर्क तैयार किया गया है, जिसके जरिए यह तय हो सके कि कोई देश यह फैसला कैसे करेंगा कि वैक्सीन पहले किसे दी जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है पहली जनवरी या अप्रैल से हमें वैक्सीन मिल जाएगी और फिर सब ठीक हो जाएगा, ऐसा नहीं है।