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DU Exams: दिल्ली विश्वविद्यालय खुला, लेकिन ऑनलाइन होंगे एग्जाम

दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi) ने इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन (Online Exam) लेने का निर्णय लिया है। ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भी सहमत है। कोरोना महामारी के कारण लगभग 10 महीने तक बंद रहने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय खोल दिया गया है।

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi) ने इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन (Online Exam) लेने का निर्णय लिया है। ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भी सहमत है। कोरोना महामारी के कारण लगभग 10 महीने तक बंद रहने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय खोल दिया गया है। शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारी पूरी क्षमता के साथ कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में आ रहे हैं। छात्रों के लिए अभी प्रयोगशालाएं एवं लाइब्रेरी ही खोली गई हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय इस बार ऑनलाइन परीक्षा के लिए नई गाइडलाइन और कुछ नए नियम तय कर रहा है। डीयू ने प्रथम वर्ष के छात्रों की परीक्षा मार्च में कराने का निर्णय लिया है। मार्च में यह ऑनलाइन ओपन बुक एग्जाम होगें। हालांकि जो छात्र परीक्षा देने के लिए अपने कॉलेज आना चाहते हैं उन्हें कॉलेज आकर परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।

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दिल्ली विश्वविद्यालय में डीन एग्जामिनेशन, प्रोफेसर डीएस रावत ने कहा, विश्वविद्यालय हर बार की तरह निष्पक्ष और निर्बाध रूप से परीक्षा संपन्न कराएगा। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्रों के लिए एग्जामिनेशन फॉर्म जारी किए जाएंगे। छात्रों को परीक्षा के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी। पूर्व की भांति नोडल ऑफिसर सहित अन्य व्यवस्था की जाएगी। दिल्ली विश्वविद्यालय में अगले माह होने वाली ओपन बुक्स ऑनलाइन एग्जाम में लगभग दो लाख 80 हजार छात्र शामिल होंगे। इतने बड़े पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में तकनीकी तौर पर और विशेष रूप से सर्वर को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं।

दिल्ली विश्वविद्यालय में इससे पहले हुए बुक एग्जाम के दौरान छात्रों ने उत्तर पत्रिका के अपलोड होने में समस्या की बात कही थी। इसके साथ ही कई छात्रों ने क्वेश्चन पेपर मिलने में भी देरी होने की बात अपनी शिकायत में कही है। प्रोफेसर डीएस रावत ने टेस्ट पेपर देर से मिलने की बात से इनकार किया है। उनके मुताबिक पेपर देर से मिलने की कोई शिकायत नहीं मिली है। रावत ने कहा, हमें ऐसी शिकायत नहीं मिली। संभव है कि इंटरनेट स्पीड में कमी की वजह से कुछ छात्रों को टेस्ट पेपर देरी से मिला होगा।

एग्जामिनेशन ब्रांच का कहना है, अगर खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी या कोई टेक्निकल दिक्कत सामने आती है तो स्टूडेंट अपनी आंसरशीट तय टाइम बीतने के बाद भी जमा करे। देरी का डॉक्यूमेंट्री इविडेंस भी उसे देना होगा। पिछली परीक्षा में देरी से आंसरशीट जमा करने के लिए मैक्सिमम टाइम लिमिट 60 मिनट थी।