नई दिल्ली। NEET-JEE परीक्षा को स्थगित करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की गई है, जिसपर आज सुनवाई होनी है। बता दें कि ये याचिका छह गैर-भाजपा शासित राज्यों के मंत्रियों ने परीक्षा कराए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुनर्विचार याचिका (Review Plea) दाखिल की है। जाहिर है कि इस परीक्षा को लेकर सत्ताधारी दल और विरोधी दल आमने सामने आ गए हैं।
बता दें कि इससे पहले NEET-JEE परीक्षा को स्थगित करने को लेकर जो याचिका दायर की गई थी, उसमें कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की गई थी। लेकिन इन दलीलों को खारिज करते हुए शीर्ष न्यायालय ने परीक्षा पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
इन सबसे अलग छात्रों के रजिस्ट्रेशन की बात करें तो जेईई-मेंस (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) के लिए करीब 8.50 लाख छात्रों और NEET की परीक्षा के लिए 15.97 लाख स्टूडेंट्स ने पंजीकरण किया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेन्सी (एनटीए), जो दोनों परीक्षाओं का आयोजन करती है, जेईई मुख्य परीक्षा एक से छह सितंबर तक आयोजित कर रही है जबकि नीट की परीक्षाओं का आयोजन 13 सितंबर को होगा।
वहीं याचिका दायर करने वाले मंत्रियों का दावा था कि शीर्ष अदालत छात्रों के ‘जीने के अधिकार’ को सुरक्षित करने में विफल रही है और उसने कोविड-19 महामारी के दौरान परीक्षाओं के आयोजन में आने वाली परेशानियों को नजरअंदाज किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने परीक्षाओं को लेकर किए गए अपने ट्वीट में कहा था, “सभी स्टूडेंट्स के लिए सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है।”
बता दें कि जेईई परीक्षा एक से 6 सितंबर के बीच होगी और नीट की परीक्षा 13 सितंबर को कराई जाएगी। इस साल जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए 9.53 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है जबकि नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।