QS World University Rankings: ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी फिर देश की नंबर 1 प्राइवेट यूनिवर्सिटी

QS World University Rankings: ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) को एक बार फिर क्यू वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (QS World University Rankings) 2022 द्वारा भारत के नंबर वन निजी विश्वविद्यालय के रूप में चुना गया है।

आईएएनएस Written by: June 11, 2021 6:24 pm

नई दिल्ली। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (JGU) को एक बार फिर क्यू वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (QS World University Rankings) 2022 द्वारा भारत के नंबर वन निजी विश्वविद्यालय के रूप में चुना गया है। इस रैंकिंग के अनुसार, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) भारत का सर्वोच्च रैंक वाला प्राइवेट संस्थान बना हुआ है। अपनी स्थापना के 12 वर्षों के भीतर जेजीयू दुनिया के 750 यूनिवर्सिटीज में पहला स्थान हासिल करने में कामयाब रही। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) पहले नंबर पर आने वाली भारत की ऐसा यूनिवर्सिटी है, जिसमें सोशल साइंसेज, आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।

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क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (डब्ल्यूयूआर) 2022 की मुख्य विशेषताएं :

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) भारत का नंबर वन निजी विश्वविद्यालय बना हुआ है।

जेजीयू क्यूएस डब्ल्यूयूआर 2022 में भारत का सर्वोच्च रैंक वाला निजी संस्थान (आईओई) है।

विश्व स्तर पर विश्लेषण किए गए 1673 संस्थानों में से 35 भारतीय विश्वविद्यालयों को क्यूएस डब्ल्यूयूआर 2022 में शामिल किया गया था।

22 भारतीय विश्वविद्यालयों में से जो क्यूएस डब्ल्यूयूआर में शीर्ष 1000 में हैं, उनमें जेजीयू सर्वोच्च रैंक वाला भारतीय विश्वविद्यालय है, जो पूरी तरह से सामाजिक विज्ञान, कला और मानविकी पर ध्यान केंद्रित करता है।

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) को संकाय-छात्र अनुपात में दुनिया के शीर्ष 260 विश्वविद्यालयों में स्थान दिया गया है, जो वर्तमान में 1:8 है।

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) इस वजह से यह स्थान हासिल करने में कामयाब रहा है क्योंकि इसके यहां की फैकल्टी में अंतर्राष्ट्रीय विविधता है। यहां काम करने वालों या टीचर्स की अपनी एक खास पहचान है और साथ ही यहां फैकल्टी-स्टूडेंट के बीच रेशियो को बेहतरी से बरकरार रखा जाता है। क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 के अनुसार, फैकल्टी-स्टूडेंट रेशियो में जेजीयू दुनिया के शीर्ष 260 विश्वविद्यालयों में शामिल रहा है, जो कि वर्तमान में 1:8 है और साथ ही यह अकादमिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा में दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में भी शामिल है।

इससे भी बढ़कर बात यह है कि भारत सरकार द्वारा चुने गए 20 आईओई में से केवल 11 को क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 के शीर्ष 1000 में जगह मिली है। इनमें आईआईएससी, 4 आईआईटी, दिल्ली विश्वविद्यालय, अन्ना विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, एमएएचई, जादवपुर विश्वविद्यालय और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इस साल भी जेजीयू पिछले साल की क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की तुलना में सबसे कम उम्र का और सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला आईओई है।

जेजीयू के संस्थापक चांसलर, श्री नवीन जिंदल ने कहा कि लगातार तीन वर्षों से ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) की यह वैश्विक मान्यता वास्तव में एक निर्णायक क्षण है। उन्होंने कहा, “जेजीयू को भारत और दुनिया में अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाते हुए देखना मेरे लिए अविश्वसनीय रूप से गर्व का क्षण है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) की स्थापना मेरे पिता की स्मृति में उत्कृष्टता का केंद्र बनने और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट लीडर्स का निर्माण करने के लिए की गई थी। मुझे यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि यह निरंतर कड़ी मेहनत के माध्यम से अपने विजन को पूरा कर रहा है। मैं हमारे विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने की उनकी निरंतर प्रतिबद्धता के लिए जेजीयू के कुलपति, संकाय और कर्मचारियों को बधाई देना चाहता हूं।”

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वह आगे कहते हैं, “क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में एक बार फिर से शामिल होना और इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस के रूप में जेजीयू की प्रतिष्ठित मान्यता आने वाले वर्षों में भारत में अधिक विकसित उच्च शिक्षा परि²श्य की उम्मीद देती है।”

इस पल का स्वागत करते हुए जेजीयू के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, “ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) को विश्व में एक अग्रणी विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्राप्त होना विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनने की उसकी आकांक्षा का प्रमाण है। भारत में एक बार फिर रैंक 1 निजी विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्राप्त होने की उपलब्धि हमारी संक्षिप्त संस्थागत यात्रा में उल्लेखनीय है। उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय मान्यता से हम बहुत विनम्र हैं। एक दशक से अधिक पुराने, निजी, गैर-एसटीईएम, गैर-चिकित्सा विश्वविद्यालय होने के नाते, हम विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनने के लिए जो कुछ भी करते हैं, उसकी सभी रूढ़ियों को तोड़कर खुश हैं। एक दशक से कुछ पुराना एक निजी, नॉन-एसटीईएम, नॉन मेडिसिन यूनिवर्सिटी होकर सभी पुराने विचारों को तोड़कर एक वल्र्ड क्लास यूनिवर्सिटी बनकर हम खुश हैं। हमारा निरंतर प्रयास हमारे शिक्षण, सीखने के परिणामों, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और शिक्षा की गुणवत्ता को और मजबूत करना होगा।”