newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Lok Sabha Election Results 2014 And 2019: साल 2014 और 2019 में मोदी लहर ने बनाई थी केंद्र में बीजेपी की सरकार, जानिए तब क्या रहा था विपक्ष का हाल

Lok Sabha Election Results 2014 And 2019: केंद्र में बीते 10 साल यानी 2014 से पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार है। पुराने आंकड़ों से ये भी देख लेते हैं कि पिछले 2 लोकसभा चुनाव में मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी और कांग्रेस समेत विपक्ष ने कितनी सीटें हासिल की थीं।

नई दिल्ली। मंगलवार दोपहर तक साफ हो जाएगा कि इस बार केंद्र में किसकी सरकार बनने जा रही है। केंद्र में बीते 10 साल यानी 2014 से पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार है। इस बार भी नरेंद्र मोदी ने बीजेपी की सरकार बनने का दावा करते हुए एनडीए गठबंधन के लिए 400 पार सीटें हासिल करने का लक्ष्य रखा था। वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन का दावा है कि इस बार केंद्र से मोदी सरकार हट जाएगी। ऐसे में पुराने आंकड़ों से ये भी देख लेते हैं कि पिछले 2 लोकसभा चुनाव में मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी और कांग्रेस समेत विपक्ष ने कितनी सीटें हासिल कीं।

बात 2014 के लोकसभा चुनाव की करें, तो बीजेपी ने 30 साल का रिकॉर्ड तोड़कर 283 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, एनडीए गठबंधन को 336 सीटें मिली थीं। जबकि, कांग्रेस खुद 44 सीटों पर सिमटी थी और उसके गठबंधन को 60 ही सीटों पर जीत हासिल हुई थी। अगर डबल डिजिट में सीटें जीतने की बात करें, तो 2014 में एआईएडीएमके को 37, टीएमसी को 34, टीडीपी को 16, बीजेडी को 20, टीआरएस को 11 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, बाकी पार्टियों के सांसद सिंगल डिजिट में ही जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।

इसी तरह का हाल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हुआ था। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने और सुधार करते हुए 303 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि, एनडीए को कुल 352 सीटें हासिल हुई थीं। कांग्रेस की सीटों में कुछ सुधार जरूर हुआ था, लेकिन इसके बाद भी वो 52 सीटें ही हासिल कर सकी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में डीएमके को 23, टीएमसी को 22, वाईएसआर कांग्रेस को 22, शिवसेना को 18, जेडीयू को 16, बीजेडी को 12 और बीएसपी को 10 सीटों पर जीत मिली थी। अन्य दल सिंगल डिजिट में ही लोकसभा सीट हासिल कर सके थे। इस बार सबकी नजर इस पर है कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी के लक्ष्य के तहत बीजेपी 370 और एनडीए 400 से ज्यादा सीटें जीत पाती है या विपक्ष को इस बार केंद्र में सत्ता हासिल करने का सौभाग्य मिलता है।