
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे एक बड़े आंकड़े के हकीकत बनने या न बनने का भी गवाह होने जा रहे हैं। ये आंकड़ा है 50 फीसदी वोट का। आज तक हुए किसी भी लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी या गठबंधन को 50 फीसदी जनता को वोट हासिल नहीं हो सका है। क्या इस बार बीजेपी 50 फीसदी वोट हासिल कर एनडीए के लिए 400 से ज्यादा सीटें ला सकेगी?
अगर अब तक हुए लोकसभा चुनाव को देखें, तो अधिकतम वोट प्रतिशत 1984 में कांग्रेस को हासिल हुआ था। तब इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति लहर में कांग्रेस ने 49.10 फीसदी वोट हासिल कर लोकसभा में 415 सीटें जीती थीं। अगर बीजेपी इस बार 50 फीसदी वोट ला पाती है, तो वो कांग्रेस का ये रिकॉर्ड तोड़ने में सक्षम होगी। आंकड़े ये बताते हैं कांग्रेस को 8 बार देश के 40 फीसदी वोटरों ने अपना समर्थन दिया है। 1952 में कांग्रेस को 44.99 फीसदी वोट मिले थे। 1957 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 47.78 फीसदी, 1962 में 44.72 फीसदी, 1967 में 40.78, 1971 में 43.68 फीसदी, 1980 में 42.69 फीसदी और 1984 में कांग्रेस को 49.10 फीसदी वोट मिले थे।
अगर बीजेपी की बात करें, तो 2019 में उसे 37.36 फीसदी वोट मिले। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 31.34 फीसदी वोट हासिल हुए थे। 1996 में बीजेपी को कांग्रेस से 8 फीसदी कम 20.29 फीसदी वोट मिले थे। तब उसने गठबंधन कर सरकार बना ली थी। जबकि, 1998 में बीजेपी को 25.59 फीसदी वोटरों ने समर्थन दिया था। तब भी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्र में एनडीए सरकार बनी थी। फिर 1999 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस से कम 23.30 फीसदी वोट हासिल करने के बाद भी एनडीए गठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर बीजेपी ने सरकार बना ली थी।