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Nadav Lapid Controversy: Nadav Lapid के खिलाफ इन मामलों में शिकायत दर्ज़, द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी

Nadav Lapid Controversy: अब सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिन्दल ने नदव लैपिड के इस बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज़ करी है। क्यों और किस मामले के तहत नदव के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की गई है, आगे यही जानते हैं।

नई दिल्ली। “हम सभी, 15वीं फिल्म द कश्मीर फाइल्स से परेशान और हैरान थे। यह हमें एक प्रोपगैंडा, अश्लील फिल्म की तरह लगी, जो इस तरह के प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के लिए अनुपयुक्त है।”  ये विचार Israel के फिल्मकार नदव लैपिड (Nadav Lapid) के हैं। जिन्होंने आपत्तिजनक विचार इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया, इफ्फी गोवा (IFFI GOA) में रखे हैं। जब नदव ने ये बात मंच से कही, तब वहां पर भारत के कई उच्चाधिकारी मौजूद थे। फ़िल्मकार का ये बयान देखते ही देखते चर्चा में बन गया और फिल्मकार को, Israel और भारत दोनों देशों के, कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। Israel की तरफ से फ़िल्मकार को लेकर सरकारी बयान भी आया, वहीं मौजूदा समय में इफ्फी के जूरी मेंबर्स ने खुद को इस बयान से अलग कर लिया।

नदव ने जो बात की, उससे भारत के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंची और उनके इस बयान का भारत में जमकर विरोध हुआ। अब सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिन्दल ने नदव लैपिड के इस बयान के खिलाफ शिकायत दर्ज़ करी है। क्यों और किस मामले के तहत नदव के खिलाफ शिकायत दर्ज़ की गई है, आगे यही जानते हैं।

वकील विनीत जिंदल समय-समय पर ऐसी शिकायत दर्ज़ करते रहते हैं। हमने देखा है जब भी कोई ऐसा कंट्रोवर्सियल मुद्दा सामने आता है जिसमें भारत के विरोध में या हिन्दुओं के विरोध में बात की और कही जाती है, तब अधिवक्ता विनीत जिंदल (Vineet Jindal) अपनी शिकायत दर्ज़ कराने की भूमिका जरूर निभाते हैं। यहां भी उन्होंने अपने कर्तव्य को ध्यान में रखते हुए, फ़िल्मकार के विरोध में शिकायत दर्ज़ कराई है। एडवोकेट जिंदल का मानना है, “लैपिड का बयान पूर्ण रूप से रोगी मानसिकता से प्रभावित है और भारत के हिन्दू समुदाय के खिलाफ है।”

जिंदल का कहना है, “एक फिल्म जो कि इस्लामिक आतंकवादियों के द्वारा कश्मीर में किए गए हिन्दू नरसंघार पर आधारित है, उस फिल्म को अश्लील और प्रोपगैंडा बताकर, वो (Nadav Lapid) कश्मीर में हुए हिन्दुओं के बलिदान का अपमान, भारत के हिन्दू समुदाय को निशाना और देश में नफरत भड़का रहे हैं।” जिंदल कहते हैं, कि लैपिड का बयान दो समुदायों के बीच, दुश्मनी को भड़काने की मंशा को साफ़ ज़ाहिर करता है।

जिंदल ने, लैपिड के विरोध में इन धाराओं के आधार पर शिकायत दर्ज़ की है। जिंदल ने, अपराध धारा 121 (युद्ध छेड़ने का प्रयास), 153 (दंगा भड़काने के लिए उकसाना), 153 अ और ब (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर दो समुदायों के बीच में नफरत, दुश्मनी और वैमनस्य को बढ़ावा देना) 295 (अपमान के इरादे से, किसी वर्ग के धार्मिक स्थल को अपवित्र करना) 298 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचना), और भारतीय दंड संहित की धारा 505 (सार्वजिनक रूप से, जनता के भीतर भय पैदा करने का इरादा) इन मामलों में शिकायत दर्ज़ की है।

जिंदल ने उपरोक्त जिन अपराधों के तहत शिकायत दर्ज़ कराई है, वो बेहद गंभीर हैं। नदव के बयान से Israel और भारत दोनों देशों के लोग नाराज़ है। आपको बता दें, कश्मीर फ़ाइल (The Kahmir Files) की रिलीज़ के बाद, Israel के तमाम लोगों ने भी,  फिल्म की प्रशंसा की थी। भारत और Israel के संबंध बेहद मजबूत हैं, जिस कारण से Israel के राजदूत ने भी इस मामले पर, तुरंत अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया दी, और नदव के बयान को शर्मनाक बताया। आगे नदव पर कोई कारवाई होती है या नहीं, ये तो वक़्त बताएगा लेकिन आपको बता दें,  फिलहाल नदव की तरफ से कोई भी ऑफिसियल बयान अब तक नहीं आया है।