नई दिल्ली। Nadav Lapid जिन्होंने एक आपत्तिजनक बयान देकर पूरी इंडस्ट्री में हंगामा खड़ा कर दिया। लैपिड ने कश्मीर फाइल्स फिल्म को प्रोपगैंडा बताकर लाखों भारतीयों के दिलों को कष्ट पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने जिन शब्दों का इस्तेमाल, हिंदुस्तान की कला जगत के सबसे बड़े मंच इफ्फी से किया, वो अनुचित है। भारत की ही फिल्म जिसे भारत के तमाम दर्शकों ने पसंद किया, तमाम भारतीयों की जिस फिल्म से आत्मा जुड़ गई, उस आत्मा को कष्ट पहुंचाने का कोई हक़ किसी भी भारतीय ने उन्हें नहीं दिया है। लेकिन नदव को अपने इस बयानबाजी का कोई पछतावा भी नहीं है उनका मानना है कि ये उनकी व्यक्तिगत राय है और हर व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत राय रखने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। नदव की बातें ठीक उसी तरह लग रही हैं जैसे भारत में ही रहने वाले कई लोग अभिव्यक्ति की आजादी ने नाम पर कई बार ऐसा बोलते हैं जो भारतवासियों को कांटे की तरह चुभता है।
इसी मामले के तहत अब, मशहूर एक्टर, गायक और म्यूसिक कम्पोसर पीयूष मिश्रा ने अपना पक्ष रखा है। जहां उन्होंने कश्मीरी पंडितों के दर्द से संवेदनाएं व्यक्त की हैं वहीं उन्होंने साथ में रविश कुमार और नसीरूद्दीन शाह को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। पियूष मिश्रा ने क्या कहा है यहां हम यही बताएंगे।
इण्डिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीयूष मिश्रा ने द कश्मीर फ़ाइल को लेकर हुई कंट्रोवर्सी को लेकर अपने मत व्यक्त किए हैं। मिश्रा कहते हैं, “इन लोगों ने देखा नहीं है कश्मीर। ये लोग कश्मीर जानते नहीं हैं। कश्मीर गए नहीं हैं। मैंने पहले भी पढ़ा था कि नसीरुद्दीन शाह ने बोला था, रवीश कुमार ने बोला था कि यह एक झूठी और प्रोपगैंडा फिल्म है।”
पीयूष का कहना है कि उनके पास कश्मीरी पंडितों की जिंदगी पर आधारित डॉक्यूमेंट्री हैं। उस फिल्म का हर एक संवाद और घटना कश्मीर में जो हुआ उससे मैच करती है। एसी स्टूडियो में रहकर हिन्दुस्तान का आकलन नहीं किया जा सकता है। हिंदुस्तान के आकलन के लिए आपको बाहर निकलना पड़ता है। जिंदगी देखनी पड़ती है, धूप में चलना होता है।”
इससे पहले भी पीयूष मिश्रा ने कश्मीर फाइल फिल्म को लेकर अपने मत रखे थे और उन्होंने कहा था “इन लोगों से बहस नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये कुछ भी लेकर आ जाएंगे और कहेगे कि देखो ये फिल्म प्रोपगैंडा है। तो इनकी बात नहीं सुननी चाहिए। मैं कह रहा हूं कि ये सब सच है। मैं इन लोग से कहता हूं अगर हिम्मत है तो विवेक के पास जाओ और उससे कहो कि मुझे वीडियो दिखाओं। क्योंकि उसके पास सारे डॉक्यूमेंट वीडियो हैं। मैं भी कश्मीर फैमिली से मिला हूं। संजय सूरी जो कि एक्टर हैं उनके पिताजी को भी ऐसे ही मार दिया था। इसी बीच उन्होंने कश्मीर में कबायली अटैक भी जिक्र किया और इन सभी दुर्दन्त घटनाओं को सच बताया और उन लोगों को आइना दिखाया जो कहते हैं कि कश्मीर फाइल्स के प्रोपगैंडा फिल्म है।