नई दिल्ली। साउथ के जाने माने स्टार विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) मुश्किलों में फंस गए हैं। एक ओर जहां उनकी फिल्म लाइगर (Liger) बुरी तरह से फ्लॉप हुई, वहीं अब विजय पर सरकारी शिकंजा कसता दिख रहा है। जी हां 30 नवंबर को विजय देवरकोंडा को प्रवर्त्तन निदेशालय के सामने हाज़िर होना पड़ा है। मनी लांड्रिंग केस में विजय के नाम को शामिल बताया जा रह है। आपको बता दें विजय ने धर्मा प्रोडक्शन के तहत लाइगर फिल्म में काम किया था। जिसमें उनके साथ अनन्या पांडेय भी थी। इस फिल्म का डायरेक्शन पुरी जगन्नाथ ने किया था। वहीं धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले फिल्म को प्रोड्यूस किया गया था। लाइगर फिल्म का प्रमोशन जोरों से चला था। फिल्म को हिंदी के साथ तमिल, तेलुगु और अन्य भाषाओं में बनाया गया था। फिल्म पर काफी खर्चा हुआ था जिसके बाद ईडी को खबर मिली कि इस फिल्म पर हवाला का पैसा लगा था और अब इसके तहत विजय देवेरकोंडा को आज पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
आपको बता दें ईडी को ये शिकायत मिली थी फिल्म में विदेशी पैसे का इस्तेमाल किया गया है। इससे पहले इस फिल्म के को-प्रोड्यूसर और डायरेक्टर पूरी जगन्नाथ को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। विजय को ईडी के हैदराबाद दफ्तर में बुलाया गया। ईडी अब इस मामले में विजय देवेरकोंडा से फिल्म में लगने वाले रुपयों के मामले में पूछताछ करने वाली है।
इससे पहले 17 नवंबर को हुई पूछताछ में, ईडी ने डायरेक्टर पूरी जगन्नाथ से भी फिल्म में लगे रुपयों का सोर्स पूछा था। खबरों की माने तो फिल्म करीब 120 करोड़ रूपये से भी अधिक बजट में बनी थी। हालांकि फिल्म की कमाई मात्र 60 करोड़ रूपये के आसपास ही हुई थी। इस फिल्म में बॉक्सर माइक टाइसन ने भी काम किया था और बड़ी रकम उन्हें अदा की गई थी। इसके अलावा विजय देवरकोंडा और अनन्या पांडेय ने फिल्म में काम किया था। फिल्म का शूट लॉस वेगस में हुआ थे। ईडी ने विजय को फेमा के नियम तोड़ने की आशंका के तहत पूछताछ के लिए बुलाया है।
ईडी को शक है कि इस फिल्म को बनाने में विदेशी रूपये का इस्तेमाल हुआ है। अक्सर ये खबरें आती रहती हैं कि फिल्मों के जरिए काले धन को सफ़ेद करने का काम किया जाता है। वहीं अब ईडी इस सिलसिले में पूछताछ करने में जुटी है और ये ढूंढने का प्रयास कर रही है कि क्या सच में फिल्म में कालाबाजारी का काम हुआ है।