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प्रदर्शनकारी किसानों की सरकार को चेतावनी- जल्द निकले हल, नहीं तो 9 दिसंबर की बैठक के बाद बनेगी नई रणनीति

नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन में जारी है। इस दौरान किसान और सरकार के बीच वार्ता का भी दौर जारी है। फिलहाल शनिवार को हुई 5वें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। इस दौरान सरकार की तरफ से कुछ और समय मांगा गया है, जिसके बाद अब 9 दिसंबर को सरकार …

नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में प्रदर्शन में जारी है। इस दौरान किसान और सरकार के बीच वार्ता का भी दौर जारी है। फिलहाल शनिवार को हुई 5वें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। इस दौरान सरकार की तरफ से कुछ और समय मांगा गया है, जिसके बाद अब 9 दिसंबर को सरकार और किसान नेताओं के बीच फिर से वार्ता होगी। शनिवार को बैठक खत्म होने के बाद किसान नेताओं की तरफ से कहा गया कि केंद्र सरकार ने हमसे कहा है कि वे हमें 9 दिसंबर को एक प्रस्ताव भेजेंगे। हम आपस में इस पर चर्चा करेंगे, जिसके बाद उसी दिन उनके साथ बैठक होगी। बता दें कि अब किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी, पंजाब के सुखविंदर सिंह ने सरकार को आगाह करते हुए कहा है कि, “पूरे देश का किसान एक साथ है और देश के किसानों ने आपस में तालमेल कर लिया है, 13 राज्यों से समर्थन आ चुका है।”

Farmer Protest Delhi pic

 

उन्होंने कहा कि, “सरकार को जल्दी इसका हल निकालना चाहिए, अगर जल्दी हल नहीं निकलता तो 9 दिसंबर की बैठक के बाद नई रणनीति बनेगी।” गौरतलब है कि, कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान अभी भी डटे हुए हैं। केंद्र सरकार अब 9 दिसंबर को किसानों के साथ बैठक करेगी।

Farmer Protest Delhi

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में डटे हुए हैं। प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब तक कानून वापस नहीं होते, तब तक हम नहीं जाएंगे।”

वहीं शनिवार की बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, “हमने कहा है कि MSP जारी रहेगी। MSP पर किसी भी प्रकार का खतरा और इस पर शंका करना बेबुनियाद है अगर फिर भी किसी के मन में शंका है तो सरकार उसका समाधान करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

उन्होंने कहा कि “APMC राज्य का एक्ट है। राज्य की मंडी को किसी भी तरह से प्रभावित करने का न हमारा इरादा है और न ही कानूनी रूप से वो प्रभावित होती है। इसे और मज़बूत करने के लिए सरकार तैयार है। अगर इस बारे में किसी को कोई गलतफहमी है तो सरकार समाधान के लिए तैयार है।”

किसान यूनियन से आग्रह करते हुए तोमर ने कहा कि, “मेरा किसान यूनियन से आग्रह है कि सर्दी का सीज़न है कोविड का संकट है इसलिए जो बुज़ुर्ग लोग हैं और जो बच्चें हैं अगर उन्हें यूनियन के नेता घर भेज देंगे तो वे सुविधा से रह सकेंगे।”