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Action: अग्निपथ योजना पर फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ मोदी सरकार का चला हथौड़ा, बैन किए गए 35 वाट्सएप ग्रुप

Action: केंद्र सरकार की तरफ से उन सभी सोशल मीडिया को चिन्हित कर उन मंचों के खिलाफ एक्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो कि अग्निपथ को लेकर  फेक न्यूज फैलाने का काम कर रहे हैं, ताकि मौजूदा हिंसाग्रस्त राज्यों की स्थिति को और हिंसक किया जा सकें।

नई दिल्ली। अग्निपथ योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच फेक न्यूज फैलाने का सिलसिला शुरू हो चुका है और यह फेक न्यूज हिंसा फैलाने के ध्येय से फैलाई जा रही है, ताकि हिंसाग्रस्त राज्यों की स्थिति को और संवेदनशीस किया जा सकें। लेकिन, अब केंद्र की मोदी सरकार ऐसे सभी फेक न्यूज फैलाने वाले गिरोह के खिलाफ एक्शन को मोड में आ चुकी है। अब इसी कड़ी में खबर है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अग्निपथ योजना को को लेकर फेक न्यूज  फैलाने वाले एक नहीं, दो नहीं, बल्कि 35 वाट्सएप  ग्रुप को बैन कर दिया गया है। बता दें कि अभी केंद्र सरकार की तरफ से उन सभी सोशल मीडिया को चिन्हित कर उन मंचों के खिलाफ एक्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो कि अग्निपथ को लेकर  फेक न्यूज फैलाने का काम कर रहे हैं, ताकि मौजूदा हिंसाग्रस्त राज्यों की स्थिति को और हिंसक किया जा सकें।

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बहरहाल, हिंसाग्रस्त राज्यों की पुलिस अब हिंसा में संलिप्त अब असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा मसला क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। हालांकि, अभी  अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में हिंसाग्रस्त स्थिति बनी हुई है। केंद्र सरकार समेत सेना की तरफ साफ कहा जा चुका है कि युवा किसी भी प्रकार की हिंसात्मक स्थिति में संलिप्त होने से गुरेज करें, चूंकि इससे उनका भविष्य बर्बाद हो सकता है। उनके लिए सेना में जाने के सारे रास्ते बंद हो सकते हैं। इतना ही नहीं, आज इस संदर्भ में तीनों ही सेनाओं की प्रमुखों की ओर से किए गए संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में भी साफ कहा जा चुका है कि अगर कोई युवा में हिंसा में लिप्त पाया गया तो उसे  सेना में भर्ती नहीं किया जाएगा, क्योंकि सेना का मूल मंत्र  ही अनुशासन है और ये युवा अपनी गतिविधियों से साफ बयां कर रहे हैं कि इनके अंदर अनुशासन नहीं है।

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उधर, सेना प्रमुखों की ओर से साफ कहा जा चुका है कि हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल होने से युवा परहेज करे। लेकिन, इस बीच यह खबर भी सामने आई है कि सोशल मीडिया के जरिए फर्जी खबरों को प्रसारित हिंसा को भड़काने का काम किया जा रहा है। बहरहाल, अब ऐसी स्थिति में यह पूरा मसला क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम