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राजस्थान के कोटा में फंसे दिल्ली के 540 छात्र दिल्ली लौटे

राजस्थान के कोटा से 540 छात्र दिल्ली पहुंच गये हैं। 40 बसों में सवार ये छात्र सुबह 5 बजे दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे पर पहुंचे। सभी छात्रों का मेडिकल परीक्षण कर उनको अपने अपने घरों को भेज दिया गया है।

नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा से 540 छात्र दिल्ली पहुंच गये हैं। 40 बसों में सवार ये छात्र सुबह 5 बजे दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे पर पहुंचे। सभी छात्रों का मेडिकल परीक्षण कर उनको अपने अपने घरों को भेज दिया गया है। इन्ही छात्रों में से एक पुष्कर ने ‘आइएएनएस’ को बताया कि वो कोटा में रहकर एनआईटी की तैयारी करते हैं। हम कोटा में पेइंग गेस्ट के रूप में एक हॉस्टल में रहते हैं। कभी किसी चीज की दिक्कत नहीं हुई। हॉस्टल के मालिक ने हमें अपने बच्चों की तरह रखा। लेकिन जब देश के अन्य राज्यों के बच्चे अपने अपने घरों तक चले गये, तो सिर्फ बिहार, झारखण्ड और दिल्ली के बच्चे ही रह गये थे। तब थोड़ी सी परेशानी होने लगी। पुष्कर ने कहा कि हॉस्टल में अकेले रह जाने के कारण मन दुखी रहने लगा। अब अपने दिल्ली में अपने घर पहुंच पुष्कर बेहद खुश है

कोटा से दिल्ली लाने के इस पूरे अभियान को दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्रालय की टीम देख रही थी। इस टीम में 12 अधिकारी थे। अधिकारियों की इस टीम का नेतृत्व कर रहे वेलफेयर ऑफिसर मनोज यादव ने आईएएनएस को बताया कि रविवार सुबह कोटा से 540 बच्चों को दिल्ली लाया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को लाने में कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई। बस में चढ़ने से पहले और दिल्ली आने तक इन बच्चों का पूरा ध्यान रखा गया। मेडिकल जांच के अलावा खाने पीने की जरूरत भी पूरी की गई।

इस से पहले छात्रों के दिल्ली पहुंचने की सूचना दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ट्वीट कर दी थी। उन्होंने बताया कि शनिवार रात ही कोटा में फंसे छात्र और छात्राओं को वापस दिल्ली लाने के लिये 40 बस पहुंच गयी थी। उन्होंने बताया कि बच्चों को वापस लाने के दौरान सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन किया गया। एक बस में अधिकतम 20 बच्चे सवार होकर वापस लौटे।

कोटा से दिल्ली पहुंचे सभी छात्र-छात्राओं का कश्मीरी गेट बस अड्डे में मेडिकल परीक्षण किया गया। उसके बाद ही उनको घर भेजा गया। गौरतलब है कि कश्मीरी गेट बस अड्डे पर हेल्प डेस्क बनाया गया था। यहां छात्रों को घर ले जाने में सहायता के लिए डॉक्टर, पुलिसकर्मी और परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।


ये छात्र कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए गये थे, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू बंदी की वजह से पिछले एक महीने से घर नहीं लौट पा रहे थे।

गौरतलब है कि दिल्ली में छात्राओं के अभिभावक दिल्ली सरकार से बार बार इन छात्र छात्राओं को वापस लाने के लिये गुहार लगा रहे थे। इसके बाद शनिवार को दिल्ली सरकार ने डीटीसी की 40 बसों को कोटा के लिए रवाना किया।