नई दिल्ली। कोरोनावायरस (कोविड-19) के छह और संदिग्ध मामले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में सामने आने के बाद भारत की चिंताएं बढ़ गई हैं। सरकार के एक बयान के अनुसार, “हाई वायरल के छह मामले आगरा में नमूना जांच के दौरान पाए गए। ये लोग कल नई दिल्ली में पाए गए कोविड-19 के मरीज के संपर्क में आए थे। इन लोगों को अलग स्थान पर रखा गया है। इनके नमूने पुणे स्थित एनआईवी भेज दिए गए हैं।”
बयान के अनुसार, “इन छह लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) नेटवर्क से लगाया जा रहा है।”
इसके साथ ही भारत में इस बीमारी की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
कोविड-19 के दो मामले सोमवार को पाए गए, जिनमें एक राष्ट्रीय राजधानी तथा दूसरा मामला तेलंगाना में पाया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “कोविड-19 का एक पॉजिटिव मामला नई दिल्ली में पाया गया है और एक मामला तेलंगाना में पाया गया है।”
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली में जो व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित पाया गया, वह इटली की यात्रा करके आया है, वहीं तेलंगाना वाला व्यक्ति दुबई से आया था।
देश में इससे पहले कोरोनावायरस के तीन मामले केरल में पाए गए थे, लेकिन इस बीमारी से ठीक होने के बाद सभी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
कोरोनावायरस का संदिग्ध लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में भर्ती
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर मंगलवार को कोरोनावायरस के एक संदिग्ध मरीज की पहचान की गई, जिसे आनन-फानन में यहां लोकबंधु अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। अस्पताल के निदेशक डॉ. डी.एस. नेगी ने आईएएनएस को बताया, “फैजाबाद के रुदौली निवासी युवक सऊदी से आया था। चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर जांच के दौरान युवक में कोरोनावायरस के संदिग्ध लक्षण मिले, जिसे लोकबंधु अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। सैंपल कलेक्शन कर जांच के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा। केंद्रीय टीम निरीक्षण भी कर चुकी है।”
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा है कि कोरोनावायरस को लेकर प्रत्येक जिला चिकित्सालय में बेड सुरक्षित रखे जाएं। इसके साथ ही उन्होंने अस्पतालों को कोरोनावायरस से निपटने के लिए तमाम उपकरण भी तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा, “सरकार कोरोनावायरस को लेकर पूरी तरह सतर्क है। अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 24 घंटे चिकित्सकों की टीम तैनात है। लखनऊ में कुल 71 बेड भी विभिन्न अस्पतालों में सुरक्षित रखे गए हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक कोई भी करोनावायरस का पॉजिटिव केस नहीं मिला है।
बीते दिन राजधानी के हवाईअड्डे पर पांच शहरवासी भूटान से लौटे। इन यात्रियों की थर्मल स्कैनर से जांच की गई। इसके बाद कोरोनावायरस जांच के लिए सैंपल लिया गया। लैब टेस्ट में सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। हालांकि, सतर्कता के चलते सभी यात्रियों को 15 दिनों तक घर में आइसोलेट रहने की सलाह दी गई।