नई दिल्ली। तबलीगी जमात की सभा के बाद पूरे हिंदुस्तान में कोरोनावायरस का खतरा बढ़ने लगा है। भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक पाए गए कोरोना वायरस के कुल 2902 मामलों में से 1023 मामले सीधे तौर पर तबलीगी जमात की सभा से जुड़े हुए है।
इसी खतरे को देखते हुए हर राज्य सरकार अपने राज्य में छिपे हुए तबलीगी जमात के सदस्यों का पता लगाने की कोशिशों में जुटी हुई है। क्योंकि मरकज के अंदर से निकले कई विदेशी देश की कई मस्जिदों में जाकर छिपे हुए हैं जिनका पता लगाना बेहद जरूरी है।
जहां भी यह लोग मौजूद होंगे वहां पर कोरोनावायरस के कम्युनिटी स्प्रेड होने की पूरी की पूरी संभावना है। इसी बीच दिल्ली पुलिस ने 16 मस्जिदों की लिस्ट दिल्ली सरकार को सौंपी है और इसके साथ ही कहा है कि 187 विदेशी कार्यकर्ता और दो दर्जन से ज्यादा भारतीय मूल के जमाती कार्यकर्ता मस्जिदों में छिपे हो सकते हैं।
जिन्हें मरकज के अंदर हुए कार्यक्रम के बाद यहां शिफ्ट किया गया था। बता दें बीते 4 दिनों में पुलिस हेल्थ वर्कर और अधिकारियों ने दिल्ली के कई मस्जिदों में जाकर जांच की और पाया कि 800 से अधिक ऐसे विदेशी वहां पर अभी भी मौजूद हैं। जिनका संबंध तबलीगी जमात की सभा से है। इन सभी लोगों की जांच करके इनको क्वॉरेंटाइन किया गया है।
एक अधिकारी ने मामले को लेकर बताया कि इनमें से ज्यादातर लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा सकते हैं और इन्हें अलग इसलिए रखा जा रहा है क्योंकि हो सकता है इन लोगों ने पहले ही बहुत से लोगों को कोरोना संक्रमित कर दिया है।
गौरतलब है की राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमण के जो भी केस अब तक पाए गए हैं उनमें से दो तिहाई सीधे तौर पर तबलीगी जमात की सभा से जुड़े हुए हैं।