newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

88 फीसदी भारतीय लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में : सर्वेक्षण

करीब 88 फीसदी भारतीयों को लगता है कि 14 अप्रैल को समाप्त होने वाले 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।

नई दिल्ली। देश में कोरोनवायरस (कोविड-19) के मामलों में बढ़ोतरी जारी है। ऐसे में करीब 88 फीसदी भारतीयों को लगता है कि 14 अप्रैल को समाप्त होने वाले 21 दिन के राष्ट्रव्यापी बंद को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। यह बात एक नए सर्वेक्षण में गुरुवार को सामने आई। समाचार प्लेटफॉर्म इनशॉर्ट्स के सर्वेक्षण के अनुसार निष्कर्षों से यह भी पता चला है कि 88 प्रतिशत उत्तरदाता लॉकडॉउन अवधि के दौरान ऑनलाइन भोजन ऑर्डर करने से बच रहे हैं।

इस सर्वेक्षण में 40,000 ऐप उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया शामिल थी। इसके अनुसार, 92 प्रतिशत उत्तरदाताओं को लगता है कि निजी क्षेत्र को कोविड-19 परीक्षण करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

सर्वेक्षण में कहा गया, “लॉकडाउन, सामाजिक दूरी और कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है।”

Lockdown in India

ओडिशा सरकार ने गुरुवार को कोविड-19 के प्रकोप से निपटने के लिए लॉकडाउन की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही 17 जून तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का भी फैसला किया। ओडिशा देश का पहला राज्य है जिसने लॉकडाउन की अवधि को 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया है।

Lockdown India

भारत में कोरोनवायरस के कुल मामलों की संख्या गुरुवार को 5,734 तक पहुंच गई। इनमें से 5,095 सक्रिय मामले हैं, वहीं 166 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 472 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है।

महाराष्ट्र 1,135 सक्रिय मामलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, यहां 117 लोग ठीक हो गए और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। वहीं 72 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए घरों में रह रहे हैं 84 प्रतिशत भारतीय : सर्वे

भारत में 84 प्रतिशत लोग कोविड-19 के खतरे से बचने के लिए अपने घरों में ही रह रहे हैं। यह बात इप्सोस के सर्वेक्षण में सामने आई है। यह सर्वेक्षण भारत सहित दुनिया के 14 देशों में किया गया है, जिसमें पाया गया है कि कुल पांच में से चार व्यक्ति कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए घरों में ही रह रहे हैं।

Coronavirus

जापान इसका अपवाद है, जहां अधिकतर लोग घरों में बंद नहीं हैं। खुद को आइसोलेशन में रखने वाले लोगों की बात की जाए तो इस मामले में रूस, वियतनाम और ऑस्ट्रेलिया सबसे आगे हैं।

भारतीय (84 प्रतिशत) खुद को एकांतवास में रखने के मामले में अमेरिका के साथ संयुक्त रूप से सातवें स्थान पर हैं। वहीं स्पेन (95 प्रतिशत), वियतनाम (94 प्रतिशत), फ्रांस (90 प्रतिशत), ब्राजील (89 प्रतिशत), मेक्सिको (88 प्रतिशत) और रूस (85 प्रतिशत) के साथ कोरोना के प्रसार को रोकने के मामले में सबसे आगे हैं।

जबकि जापान एकमात्र अपवाद है, जहां केवल 15 प्रतिशत लोगों ने ही एकांतवास को तवज्जो दी है।

कुल मिलाकर आंकड़े यह बताते हैं कि सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश देशों के नागरिकों ने कोरोना को हराने के लिए एकातंवास की रणनीति को अच्छी तरह से स्वीकार किया है। इन देशों में न केवल सरकारें एकांतवास के उपायों को लागू कर रही हैं, बल्कि ज्यादातर नागरिक भी इसका अनुपालन करते हुए अपने घरों में ही रह रहे हैं।

यह सर्वेक्षण दो से चार अप्रैल के बीच कुल 28,000 लोगों के बीच किया गया, जिसमें खुद से एकांतवास का पालन करने के मामले में जापान फिसड्डी साबित हुआ।