नई दिल्ली। पाकिस्तान की सीमा से आए दिन कोई ना कोई आदमी भटककर भारत की सीमा में आ जाता है। पीओके से सटे भारतीय सीमा में सेना के जवानों द्वारा आए दिन किसी ना किसी के इस ओर चले आने की खबर मिलती है। ऐसे में भारतीय सेना अपनी चौकसी की वजह से इन्हें अपने कब्जे में लेकर पूछताछ करती है और कुछ संदिग्ध नहीं दिखने की स्थिति में पाकिस्तानी सेना के जवानों से बात कर ऐसे लोगों को उनको सौंप दिया जाता है ताकि उनकी सुरक्षित घर वापसी हो सके। भारतीय सेना और पाकिस्तान की सेना में यही अंतर है।
ऐसा की कुछ हुआ जब पीओके में रहने वाला अली हैदर अनजाने में नियंत्रण रेखा पार कर जम्मू-कश्मीर यानि की भारत की सीमा में आ गया। इसके बाद भारतीय सेना ने उसे अपने पास रखा उससे पूछताछ की और संदिग्छ नहीं दिखने पर उसे गिफ्ट देकर शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना को सौंप दिया। यह भारतीय सेना का मानवीय चेहरा है जो आए दिव पीओके और भारत की सीमा पर देखा जाता है।
भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तानी सेना को सौंपे गए अली हैदर जब अपने घर पीओके वापस पहुंचे तो वह भारतीय सेना की शान में कसीदे पढ़ रहे थे। 14 वर्षीय हैदर ने भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस की इस मामले में जमकर तारीफ की और कहा कि भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस के लोग काफी अच्छे लोग हैं, जिनकी वजह से आज में पूरी तरह से सुरक्षित अपने परिवार तक वापस आ पाया हूं।
इसके लेकर एएनआई ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें अली हैदर कहते सुना जा सकता है कि ‘वे जंगल के रास्ते आ रहा था जब वह गलती से जम्मू-कश्मीर आ गया’। उसने आगे बताया कि ‘वह जब भटककर भारत की सीमा में चला गया तो भारतीय सेना और स्थानीय पुलिस के जवानों ने उसकी खूब मदद की उसे गर्म कपड़े दिए, जूते नए दिलाए खाना खिलाया और फिर उसे अपने पास रखा और फिर पाक सेना के जवानों से बात कर उसे उसके घर वापस आने में मदद की। अली हैदर ने बताया कि ‘ये लोग अच्छे लोग हैं’।
#WATCH | “These people provided me with clothe, shoes and gave me food. These are very good people — the Army and the police,” said PoK native Ali Haider, 14, who had inadvertently crossed over LoC & was handed over to Pakistan Army yesterday pic.twitter.com/ZqBWupU1PN
— ANI (@ANI) January 8, 2021
आपको बता दें कि ऐसा ही कुछ वाकया पिछले महीने भी हुआ था जब पीओके की रहनेवाली दो नाबालिग बहनें नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा में पहुंच गई थी। इसके बाद उन्हें भारतीय सेना के जवानों ने अपने कब्जे में ले लिया था और उनसे पूछताछ के बाद उसे अगले दिन उनके घर वापस भेज दिया गया था।
लाएबा जबैर (17) और उसकी छोटी बहन सना जबैर (13) पीओके में भारतीय सीमा से सटे कहुटा तहसील के अब्बासपुर में रहती हैं। इसके बाद जब भारतीय सेना ने उन्हें जब उनके घर वापस भेजा तो वह दोनों बहनें बहुत खुश थीं और जमकर भारतीय सेना की तारीफ कर रही थीं।
This is what a nation do, not like what u did with abhinandan video with many cuts in video. A long continuous video with girl speaking her heart out. They returned back to POK with sweet and gifts. Ladies and gentleman this is indian army for you pic.twitter.com/80SMlH2fmb
— ??Sagar Singh Bisht?️ (@pacifist_rebel) December 7, 2020
एक वीडियो संदेश में उसने कहा- “हम अपने घर से भटक कर, सीमा पार करके यहां आ गए थे। हमें आर्मी वालों ने पकड़ा और थोड़ी हमारी पूछताछ हुई। हमने सोचा था कि यह लोग (भारतीय सेना) हमें मारेंगे लेकिन इन्होंने बहुत अच्छा सलूक किया। हमें इधर लेकर आए अपने पास, खाना भी खिलाया। हमने सोचा था यह लोग हमें जाने नहीं देंगे और यह आज हमें वापिस भेज रहे हैं इतनी जल्दी। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।”