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Punjab: मशहूरी के चक्कर में बुरी फंसी ‘AAP’, अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन पर की आपत्तिजनक बातें, अब हो रही किरकिरी

Punjab: सिर्फ पंजाब में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में भगवंत मान सरकार की किरकिरी हो रही है। इसके पीछे की वजह पंजाब सरकार की सिंगर सिद्धू मूसेवाला  की हत्या (Sidhu Moosewala) के ठीक एक दिन पहले हटायी गई सुरक्षा है। इसके बाद देश के लोगों ने खासकर युवा वर्ग ने पंजाब सरकार (Punjab Gov) की काफी निंदा की। इसी कड़ी में एक नए मुद्दे के चलते पंजाब सरकार विवादों में घिरती हुई नजर आ रही है।

नई दिल्ली। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या के बाद  पंजाब की AAP सरकार  लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। सिर्फ पंजाब में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में भगवंत मान सरकार की किरकिरी हो रही है। इसके पीछे की वजह पंजाब सरकार की सिंगर सिद्धू मूसेवाला  की हत्या (Sidhu Moosewala) के ठीक एक दिन पहले हटायी गई सुरक्षा है। इसके बाद देश के लोगों ने खासकर युवा वर्ग ने पंजाब सरकार (Punjab Gov) की काफी निंदा की। इसी कड़ी में एक नए मुद्दे के चलते पंजाब सरकार विवादों में घिरती हुई नजर आ रही है।

Iqbqal Singh Lalpura

 

दरअसल, ‘आप’ के सोशल मीडिया पेज एक पोस्ट शेयर की गई है, जिसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (National Commission for Minorities) के चेयरमैन इकबाल सिंह लालपुरा (Iqbal Singh Lalpura) को भ्रष्टाचारी बताया जा रहा है। हांलाकि पार्टी को अपनी गलती का अहसास होने के बाद पोस्ट को हटा दिया गया। इन सब के बाद अब आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के द्वारा भ्रष्टाचारी बताए जाने वाले इकबाल सिंह लालपुरा, AAP से काफी नाराज होते हुए दिखाई दे रहे हैं। जैसे ही इकबाल सिंह को इस हरकत के बारे में पता चला तो उन्होंने ‘आप’ को मानहानी का नोटिस भेजने में भी तनिक भी देर नहीं की और इसके लिए केजरीवाल से माफी मांगने के लिए भी कह दिया।

bhagwant maan

आप के द्वारा फैलाई गई अफवाह- लालपुरा  

इकबाल सिंह लालपुरा की लीगल टीम ने जो ‘आप’ को नोटिस भेजा है, उसमें कहा गया है कि आम आदमी पार्टी ने जानबूझकर और गलत मकसद से लालपुरा के खिलाफ अफवाह फैलाई है। इसके अलावा उनके बारे में झूठी सूचना को ‘आप’ के द्वारा सोशल मीडिया में प्रचारित किया गया। बता दें पंजाब की आम आदमी पार्टी ने जो पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा किया है, उसमें इकबाल सिंह लालपुरा को सबसे भ्रष्ठ बताते हुए उनकी फोटो पर गिरफ्तारी की मुहर लगाई गई थी। हांलाकि, जैसे ही पार्टी को इस गलती के बारे में पता लगा तो उन्होंने इस पोस्ट को हटा दिया। लेकिन यह पोस्ट ‘आप’ के ऑफिशियल पेज पर रही। जिसके चलते लोगों ने इसके स्क्रीन शॉर्ट करके सोशल मीडिया में साझा कर दिया।