नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी से उठ रहे चक्रवात 200 किमी की रफ्तार से अपने केंद्र से आगे बढ़ रहा है। जिसके चलते सभी AC स्पेशल ट्रैन कैंसिल कर दी गई हैं। इस चक्रवात के कारण ओडिशा से चलने वाली सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसी कड़ी में रेलवे ने हावड़ा से दिल्ली रूट पर चलने वाली एक एसी स्पेशल को भी कैंसिल कर दिया है।
वहीं चक्रवात के खतरे को देखते हुए इससे पहले भुवनेश्वर-दिल्ली-भुवनेश्वर एसी स्पेशल ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया था। चक्रवात का खतरा खत्म होने के बाद ये ट्रेनें चल सकेंगी। इधर महाराष्ट्र ने भी चक्रवात के कारण हावड़ा जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
* 02301 HOWRAH – NEW DELHI AC SPECIAL EXPRESS CANCELLED FROM HOWRAH ON 20.5.2020
* 02302 NEW DELHI – HOWRAH AC SPECIAL EXPRESS LEAVING NEW DELHI ON 21.5.2020 CANCELLED pic.twitter.com/FIvhmMXbzZ
— Eastern Railway (@EasternRailway) May 20, 2020
इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी दी थी कि ओडिशा के लिए चलने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
ओडिशा के लिये ट्रेन चलाने के बारे में हुई चर्चा में यह तथ्य आया है कि Super Cycloe Amphan के कारण ओडिशा सरकार तटीय क्षेत्रों के लिये श्रमिक स्पेशल ट्रेन नही चला पा रही है। और इस Cyclone के बाद वह रेलवे को और अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने की अनुमति देंगे।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 18, 2020
इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने भी अम्फान के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा को जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 21 मई तक ये ट्रेनें कैंसिल रहेंगी।
Tamil Nadu: Migrant workers gather in large numbers at Sundarapuram, Coimbatore to collect train passes for today’s ‘shramik special’ trains for Uttar Pradesh & Bihar. pic.twitter.com/Qbye2c5IWG
— ANI (@ANI) May 20, 2020
तमिलनाडु के कोयंबटुर में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर ट्रेन का पास लेने के लिए एकत्रित हुए। बताया जा रहा है कि ये सभी मजदूर बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाले हैं।
आपको बता दें कि चक्रवाती तुफान के खतरे को देखते हुए रेलवे की ओर से हावड़ा के शालीमार साइडींग मे खड़ी को रोकने के लिए चेन और ताले से बांध कर रखा गया है। लोहे की मोटी चेन, स्कीट और ताला इसलिए लगाया गया है ताकि चक्रवाती तुफान मे तेज हवा के कारण ये ट्रेनें कही पटरी पर बीना इंजन के सरपट न दौड़ने लग जाए।