newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Afghanistan: तालिबान पर अभी मोदी सरकार की इंतजार करो की नीति, विपक्षी दलों ने रेस्क्यू ऑपरेशन की तारीफ की

Afghanistan: इस बीच, अफगानिस्तान से और 24 भारतीयों को लेकर एक विमान दिल्ली पहुंचा है। इस तरह अब तक 800 से ज्यादा भारतीय, अफगान सिख और हिंदू वहां से लाए जा चुके हैं। वायुसेना के अलावा एयर इंडिया के विमानों को इस काम में लगाया गया है। ये विमान दोहा और ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे के रास्ते दिल्ली और गाजियाबाद आ रहे हैं।

नई दिल्ली। विपक्षी दलों ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के अलावा वहां के हिंदुओं और सिखों को रेस्क्यू करने की मोदी सरकार की कोशिशों की तारीफ की है। आज हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार की पीठ थपथपाई। वहीं, मोदी सरकार के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया कि तालिबान के मसले पर सरकार अभी इंतजार करो की नीति अपना रही है। विदेश मंत्री ने सभी दलों के नेताओं को बताया कि पूरी दुनिया अभी इसी नीति के तहत चल रही है। ऐसे में भारत सरकार अपनी ओर से कोई रुख तय नहीं कर सकती। उन्होंने बताया कि कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका के साथ शांति वार्ता में तालिबान ने कई वादे किए थे, लेकिन फिलहाल अफगानिस्तान और खासकर काबुल के हालात देखकर लगता है कि उसने अपने वादे तोड़ दिए या उन्हें पूरा नहीं करना चाहता।

jaishankar

इस बीच, अफगानिस्तान से और 24 भारतीयों को लेकर एक विमान दिल्ली पहुंचा है। इस तरह अब तक 800 से ज्यादा भारतीय, अफगान सिख और हिंदू वहां से लाए जा चुके हैं। वायुसेना के अलावा एयर इंडिया के विमानों को इस काम में लगाया गया है। ये विमान दोहा और ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे के रास्ते दिल्ली और गाजियाबाद आ रहे हैं।

C-17 Globemaster

इस बीच, तालिबान ने फिर वादा किया है कि वह अफगानिस्तान के आम लोगों को नहीं सताएगा। एक टीवी चैनल को तालिबान प्रवक्ता ने बताया कि महिलाओं को काम करने दिया जाएगा, लेकिन उन्हें हिजाब पहनना होगा। बेटियों की शिक्षा की व्यवस्था करने का वादा भी उसने किया, लेकिन बीते दिनों ही हेरात में तालिबान ने को-एजुकेशन वाले स्कूल बंद करने का फरमान जारी किया था। वहीं, आज काबुल में टोलो न्यूज के पत्रकार को जमकर पीटने के बाद तालिबान उसका कैमरा और अन्य उपकरण लेकर चले गए। बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे की जंग के दौरान रॉयटर्स के लिए काम करने वाले फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की भी हत्या कर दी थी। इसके अलावा बीते दिनों काबुल में एक पत्रकार के दो घरवालों को भी मौत के घाट उतार दिया था।