UP: यूपी में कानपुर के बाद अब उन्नाव को हिंसा की आग में जलाने की साजिश, बाजार बंद के पोस्टर मिलने पर प्रशासन अलर्ट
पोस्टर किसने लगवाया और लगाया, इसकी तहकीकात की जा रही है। बता दें कि इसी तरह के पोस्टर कानपुर में लगने के बाद वहां शुक्रवार 3 जून को बड़े पैमाने पर हिंसा की घटना हुई थी। ऐसे में उन्नाव में पुलिस और प्रशासन ने हिंसा न भड़कने देने के लिए तैयारी की है।
उन्नाव। यूपी में हाल ही में दंगा प्रभावित कानपुर से सटे उन्नाव में बाजार बंद के पोस्टर लगे मिले। इसके बाद पुलिस चौकसी बरत रही है। पोस्टर में लिखा है कि पैगंबर के अपमान के खिलाफ जुमा यानी शुक्रवार 10 जून को बाजार बंद रखे जाएं। पोस्टर किसने लगवाया और लगाया, इसकी तहकीकात की जा रही है। बता दें कि इसी तरह के पोस्टर कानपुर में लगने के बाद वहां शुक्रवार 3 जून को बड़े पैमाने पर हिंसा की घटना हुई थी। ऐसे में उन्नाव में पुलिस और प्रशासन ने हिंसा न भड़कने देने के लिए तैयारी की है।
कानपुर के बाद उन्नाव में पोस्टर लगाकर हिंसा की साजिश
सदर कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले में लगाया गया था पोस्टर, पोस्टर को पुलिस ने हटाया
खुफिया विभाग समेत तमाम टीम एक्टिव हुई, जांच पड़ताल तेज@unnaopolice @Uppolice #Kanpur #kanpurViolence pic.twitter.com/oAmtNvygPk
— Hemendra Tripathi ?? (@hemendra_tri) June 8, 2022
पोस्टर मिलने की ये घटना बुधवार की है। कई जगह उन्नाव में बाजार बंद रखने के पोस्टर चस्पा मिले। इसके बाद डीएम रवींद्र कुमार ने पुलिस के आला अफसरों से बैठक की। इसके बाद उन्होंने सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की। बैठक में डीएम ने सभी से शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद का आग्रह किया। डीएम ने सभी अफसरों को एहतियात बरतने के भी निर्देश दिए। बाद में डीएम ने मीडिया को बताया कि धर्मगुरुओं ने पोस्टरबाजी में अपना हाथ होने से इनकार किया है। पुलिस अब पोस्टर लगाने वालों की तलाश कर रही है। इन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी है।
डीएम रवींद्र कुमार ने सख्त लहजा अपनाते हुए चेतावनी दी है कि शांति व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर हर हाल में कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने फिलहाल इसे किसी की शरारत माना है और उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए हैं। वहीं, डीएम से बैठक के बाद शहर के एक मुस्लिम धर्मगुरु ने इसके बाद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील जारी की। उन्होंने अपनी अपील में ये भी बताया कि किसी भी मुस्लिम संगठन ने बाजार बंद का कोई आह्वान नहीं किया है।