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जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद ‘मान गए’ बाबुल सुप्रियो, बने रहेंगे सांसद लेकिन नहीं लेंगे बंगला और सुरक्षा

Babul Supriyo: दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाक़ात के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि, मैं गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति छोड़ने से मना किया। मैं राजनीति छोड़ने के अपने निर्णय से अब पीछे नहीं हट सकता हूं।

नई दिल्ली। मोदी सरकार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद बाबुल सुप्रियो के नाराज चलने के खबरें सामने आ रही थीं। वहीं 31 जुलाई को उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। हालांकि बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि, भाजपा मेरी पार्टी थी, है और रहेगी। बाबुल सुप्रियो ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा था कि, उनके इस फैसले को ‘वो’ समझ जाएंगे। इसके अलावा अपने इस्तीफे की खबर अपने फेसबुक पेज पर देते हुए उन्होंने लिखा था कि, वो सामाजिक कार्यों के लिए राजनीति में आए थे और सामाजिक कार्यों के लिए राजनीति में रहना जरूरी नहीं, इसके बिना भी समाजसेवा हो सकती है। वहीं बंगाल के आसनसोल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने संसद सदस्यता भी छोड़ने का ऐलान किया था। लेकिन अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद उन्होंने अपने इस फैसले पर अपना मन बदल लिया है। बता दें कि बाबुल सुप्रियो सांसद पद से अब इस्तीफा नहीं देंगे।

बता दें कि दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाक़ात के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि, मैं गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे राजनीति छोड़ने से मना किया। मैं राजनीति छोड़ने के अपने निर्णय से अब पीछे नहीं हट सकता हूं। उन्होंने आगे कहा कि, सांसद के रूप में सरकार से जो घर मुझे मिला है, मैं वह घर छोड़ दूंगा। केंद्र सरकार से मिली सुरक्षा को भी मैं छोड़ रहा हूं। मैं संवैधानिक तरीके से आसनसोल के लिए काम करूंगा लेकिन किसी राजनीतिक कार्यक्रम में अब आप मुझे नहीं देखेंगे।

babul supriyo

गौरतलब है कि मोदी कैबिनेट से छुट्टी होने के बाद बाबुल सुप्रियो को लेकर कहा जा रहा था कि, वो वो टीएमसी में जाने की फिराक में हैं। हालांकि इन सब बातों को लेकर बाबुल सुप्रियो ने साफ कर दिया है कि वो किसी और पार्टी में नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि, भारतीय जनता पार्टी ही उनकी पार्टी है, थी और रहेगी।

वहीं 31 जुलाई को जब बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया था तो उन्होंने लिखा था कि, मैंने सब कुछ सुना- पिता-मां, पत्नी, बेटी, एक-दो प्यारे दोस्त से सब कुछ सुनकर समझा, मैं किसी और पार्टी में नहीं जा रहा हूं। TMC, Congress, CPIM, कहीं नहीं। इसको लेकर किसी ने मुझे फोन नहीं किया, मैं कहीं नहीं जा रहा हूं मैं एक टीम प्लेयर हूं! हमेशा एक टीम का साथ दिया है..मोहन बागान और बीजेपी..बस !