अनंतनाग। जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर गैर कश्मीरियों पर हमला हुआ है। आतंकवादियों ने शनिवार रात अनंतनाग के राख-मोमिन में दो मजदूरों पर फायरिंग की। इससे वे घायल हुए हैं। दोनों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है। हमले के बाद आतंकी फरार हो गए। इनकी तलाश की जा रही है। इससे पहले 3 नवंबर को अनंतनाग में ही एक स्कूल में काम कर रहे मजदूरों को आतंकियों ने निशाना बनाया था। उनमें से एक बिहार और दूसरा नेपाल का था। पिछले कुछ महीनों से गैर कश्मीरियों को निशाना बनाने की घटनाएं हो रही हैं। इनके अलावा कश्मीरी पंडितों को भी आतंकवादी अपनी गोलियों का शिकार बना रहे हैं।
#Terrorists fired upon & injured two outside labourers in Rakh-Momin area of #Anantnag. Both the injured are being shifted to hospital for treatment. Area being #cordoned off. Further details shall follow.@JmuKmrPolice
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) November 12, 2022
कुछ दिनों पहले एक आतंकी संगठन ने धमकीभरी चिट्ठी जारी की थी। आतंकी संगठन ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या स्थिति को किसी सूरत में बदलने नहीं दिया जाएगा। इस संगठन ने धमकी दी थी कि केंद्र सरकार की ऐसी कोशिशों के खिलाफ बाहर से आकर बसने की कोशिश करने वाले किसी भी शख्स को वो नहीं बख्शेगा। हालांकि, हर बार इस तरह की टारगेट किलिंग करने वाले आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने कुछ घंटों में ही मुठभेड़ों में मार गिराया, लेकिन फिर भी ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं।
बता दें कि शनिवार को ही जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा था कि पाकिस्तान में बैठे तत्वों, भारत में हवाला के जरिए आतंकियों की मदद करने वालों और उनसे सहानुभूति रखने वालों की वजह से केंद्र शासित प्रदेश में लगातार घटनाएं हो रही हैं। मनोज सिन्हा ने ये भी उम्मीद जताई थी कि आने वाले कुछ महीनों में कश्मीर घाटी की ये सूरत बदलेगी। उनके इस बयान के बाद ही अनंतनाग में दोनों बाहरी मजदूरों पर हमला किया गया। ऐसे में साफ है कि आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़े बगैर हालात को काबू में नहीं किया जा सकता।