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Agra Metro: अब ताज का दीदार भी होगा मेट्रो से, जानिए आगरा मेट्रो की क्या है खासियत

Agra Metro: आगरा मेट्रो (Agra Metro) की कुल लंबाई लगभग 30 किलोमीटर होगी। इसमें आगरा में मेट्रो के दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। काफी लंबे समय बाद आगरा में इस तरह का कोई बड़ा विकास कार्य किया जा रहा है।

नई दिल्ली। प्यार की निशानी ताजमहल जो उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है। इस शहर को योगी आदित्यनाथ सरकार एक खास तोहफा देने जा रही है जिसकी वजह से इस शहर के पर्यटन को खासा फायदा होनेवाला है। योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से कल आगरा को मेट्रो का तोहफा दिया जाएगा। इसी खासियत यह होगी की इस मेट्रो की लाइन का जो निर्माण होगा वह ऐसा होगा की इससे ताज के दीदार हो सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को इस आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यवर्चुअल शिलान्यास करेंगे। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ आगरा में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहेंगे।

आपको बता दें कि आगरा मेट्रो की कुल लंबाई लगभग 30 किलोमीटर होगी। इसमें आगरा में मेट्रो के दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। काफी लंबे समय बाद आगरा में इस तरह का कोई बड़ा विकास कार्य किया जा रहा है। इसके 2 कॉरिडोर्स में सिकंदरा से ताज ईस्‍ट गेट कुल 14 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा जिसमें 6 उपरिगामी व 7 भूमिगत स्‍टेशन होंगे। इसके साथ ही दूसरा कॉरिडोर जो कि 15.4 किलोमीटर लम्‍बा होगा वह आगरा कैंट से कालिंदी विहार कॉरिडोर है। जिसमें 14 उपरिगामी स्टेशन होंगे।

सरकार मानती है कि इस परियोजना की शुरुआत से शहर के 26 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा। आगरा में हर साल 60 लाख से ज्यादा पर्यटक आते हैं ऐसे में यह आगरा घूमनेवालों के लिए एक बेहतरीन सौगात होगी। आगरा मेट्रो के दोनों कॉरिडोर को इस तरह से योजनाबद्ध किया गया है जिससे शहर के 4 प्रमुख रेलवे स्टेशनों, बस डिपो, कॉलेजों, प्रमुख बाज़ारों और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके।

आगरा मेट्रो दिल्ली और नोएडा मेट्रो के मुकाबले होगी ज्यादा हाईटेक

आगरा मेट्रो के बारे में अब तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार यह दिल्ली और नोएडा मेट्रो से ज्यादा हाईटेक होगी। इसकी स्पीड भी दिल्ली व नोएडा मेट्रो से ज्यादा होगी। इसमें एलईडी डिस्प्ले, एडवांस सिग्नलिंग सिस्टम के साथ ही इस मेट्रो के कोच भी बिल्कुल नए डिजाइन के होंगे। इसके साथ ही इस मेट्रो के सभी स्टेशन ग्रीन बिल्डिंग कंसेप्ट पर बनेंगे।

इस मेट्रो को पूरी तरह से 30 किलोमीटर के कॉरिडोर को तैयार करने के लिए 5 साल का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही इस निर्माण कार्य में बड़ी संख्या में लोगों को जहां रोजगार मुहैया होगा वहीं इसके निर्माण के पूरा होने के बाद भी लोगों को इससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।