नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को एक ट्वीट के जरिए योगी सरकार में शिक्षा व्यवस्था को लेकर ऐसा कुछ लिखा कि जिसपर लोगों ने उनके ही मजे लेने शुरू कर दिए। अखिलेश यादव ने योगी सरकार की शिक्षा व्यवस्था की कमी निकालते हुए अपने शासन काल की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बताया था।
अपने एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, ‘उप्र में शिक्षा-व्यवस्था बदहाल है। जो संरचनात्मक विकास सपा काल में हुआ था उसका संवर्द्धन तो दूर संरक्षण तक इस भाजपा सरकार में नहीं हुआ है। विद्यार्थियों के सामाजिक-आर्थिक स्तर में बहुत अंतर है, जिससे ऑनलाइन शिक्षा सबके लिए संभव नहीं है। ये सरकार शिक्षा को न जाने कब महत्व देगी।’
इसके जवाब में एक यूजर ने लिखा कि, ‘दूध मुहे बच्चों के स्कूल बैग पर समाजवादी पार्टी का झंडा और अखिलेश यादव की फोटो लगाने वाले आज स्कूली शिक्षा की बात कर रहे हैं अखिलेश यादव के सारे कार्यकर्ताओं से मैं पूछना चाहता हूं जो बच्चे अपना नाम भी ठीक से बोल नहीं पाते उन लोगों को अपने प्रचार का माध्यम बनाने की क्या आवश्यकता।’
देखिए अखिलेश के इस ट्वीट पर किस तरह से लोगों ने अपने जवाब दिए..
Tonti chor sare Pradesh ko kha jayega…jo apne baap ka nahi hua vo Pradesh ya desh ka kya hoga?
— Umesh Varma (@vumesh59) August 21, 2020
उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर है जो आपके शासनकाल में पक्षपात की शिकार हुई थी
एक विशेष समुदाय के लिए सारी व्यवस्थाएँ थी आपकी#योगीराज में हर क्षेत्र में काम हो रहा है वो भी बिना किसी भेदभाव के
विपक्ष #मुद्दाविहीन
सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाइये— अंजनि मिश्रा (@AnjaniM14287369) August 21, 2020
सही कहे टोंटी भाई,
आपकी सरकार की तरह गाइड रखकर नकल नहीं करा रहे न शिक्षक।।— आदित्य शुक्ला (@adityarss9) August 21, 2020
सही कहे टोंटी भाई,
आपकी सरकार की तरह गाइड रखकर नकल नहीं करा रहे न शिक्षक।।— आदित्य शुक्ला (@adityarss9) August 21, 2020
सही बात है, मुलायम और अखिलेश तो संस्कृत और वेदों के प्रकांड विद्वान हैं…
— रवि त्रिपाठी (@RaviTri26057879) August 21, 2020
अखिलेशजी अब आप से ये उम्मीद नहीं थी. आप एक पढ़े लिखे और सभ्य राजनेता हैं मेरा ऐसा ही मानना है. इस कोरोना काल में इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. अभी सिर्फ़ एक ही फ़ोकस होना चाहिए की हमारी जनता कैसे बचे इस अदृश्य दुश्मन से बस ?
— अजीत सिंह (@ajitsingh0106) August 21, 2020
जो व्यक्ति सरकार के नकल रोकने के फैसले का विरोधी हो उसके मुंह से शिक्षा संवर्धन की बातें सुनना मजाक से ज्यादा कुछ नहीं है।जो व्यक्ति गुगल मैप से वीडियो डाऊनलोड करने की बातें करता हो उसे शिक्षा नीति का कितना ज्ञान होगा।आप भलीभांति अंदाजा लगा सकते हैं।
— एक राष्ट्रभक्त (@SatishM81957227) August 21, 2020
SP sarkar me bs yadavo or katvo ka hi bhala hua h…general baccho ka to laptop ke liye nam aane ke bawjood ni mila laptop…jo yadav the unhe 60% par hi mil gya.
— Sarthak Gupta (@Sarthak48656506) August 21, 2020
समाजवादी पार्टी शिक्षा व्यवस्था की बात ना ही करें।
— राजीव पटेल (@RajivPa64534116) August 21, 2020
फिर अा गए सुबह सुबह गालियां खाने।
रुको थोड़े दिन नई education policy आई है… तुम्हारे झूठ की कलई खुल जाएगी पोपटिए— DuttRisky (@duttrisky) August 21, 2020
वैसे #सपुस्तक परीक्षा प्रणाली यूपी बोर्ड में किसकी सरकार में लागू की गई थी,पूरी शिक्षा ब्यवस्था को नकलमाफ़िया को किसने हैंडओवर किया था
— सुरेश गोस्वामी (TPN) (@_sureshgoswami) August 21, 2020
आपने शिक्षा के लिए अरबो का हज हाउस बनवाया –करोड़ो रूपये मदरसों को दिया –कब्रिस्तानों की चारदीवारी बनवाई।
अरे यादव जी शिक्षा पर ज्ञान ना पेले।
आप भी ऑस्ट्रेलिया से फैल होकर बिना डिग्री के भारत भाग आये थे— Dr. JB Singh (@DrJBSingh6) August 21, 2020