नई दिल्ली। आतंकी संगठन अलकायदा ने कर्नाटक में शुरू हुए हिजाब विवाद पर भारत के मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की है। दरअसल, एक वीडियो में अयमान अल-जवाहिरी कर्नाटक के हिजाब विवाद से चर्चा में आई मुस्कान खान की तारीफ करता सुनाई दे रहा है। बता दें कि, मुस्कान खान उस वक्त चर्चा में आई थी, जब हिजाब पर विवाद के बीच कॉलेज जाते समय ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाती भीड़ के बीच से गुजरते हुए ‘अल्लाहू अकबर’ का नारा लगाया था। जवाहिरी ने अपने वीडियो में मुस्कान खान को ‘बहन’ बताते हुए उसकी तारीफ में कविता भी पढ़ी है। अब अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी के बयान पर मुस्कान खान के पिता का बयान सामने आया है। मुस्कान के पिता ने आतंकवादी संगठन के नेता की टिप्पणियों को गलत करार दिया और कहा कि वह और उनका परिवार भारत में शांति से रह रहे हैं।
मुस्कान के पिता मोहम्मद हुसैन खान ने मांड्या में संवाददाताओं से कहा कि उनका परिवार आतंकी संगठन के मुखिया से कोई सराहना नहीं चाहता है। उन्होंने कहा, “हम वीडियो के बारे में कुछ नहीं जानते। हम नहीं जानते कि जवाहिरीलाविश कौन है।” उन्होंने कहा, “मैंने आज उसे पहली बार देखा। वह अरबी में कुछ कह रहा है। भारत में हम सभी शांति से प्रेम और विश्वास के साथ रहते हैं। यह हमारे बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश है।”
Terrorist Al-Zawahiri, leader of Terror Organization #AlQaeda openly declares support for the #Hijab movement in India.
Those “liberal” Indians who are taking the sudden emergence of the #HijabMovement as a womens rights issue are totally unaware that they’re playing with fire!! pic.twitter.com/mFk0CzmKfj
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) April 6, 2022
जवाहिरी के इस वीडियो के साथ एक पोस्टर भी जारी किया गया है, जिसमें मुस्कान के लिए लिखा है- ‘भारत की महान महिला’ है। मुस्कान की तारीफ में कविता पढ़ने के बाद जवाहिरी ने हिजाब पर प्रतिबंध लगाने वाले देशों की निंदा की। जवाहिरी का वीडियो अल कायदा का आधिकारिक शबाब मीडिया ने जारी किया और SITE इंटेलिजेंस ग्रुप ने इसकी पुष्टि की है। बता दें कि साल 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी कार्रवाई में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद से जवाहिरी अलकायदा की कमान संभाल रहा है। इससे पहले भी नवंबर 2021 में अल-कायदा चीफ जवाहिरी का वीडियो सामने आया था, जिसमें उसने भारत के मामलों में टिप्पणी की थी।