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योगी सरकार ने कसा शिकंजा, विदेशी जमातियों को शरण देने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सहित 30 गिरफ्तार

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद और 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में की गई है, जबकि प्रोफेसर शाहिद को जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने के आरोप और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया है।

नई दिल्ली। कोरोना का जमात कनेक्शन सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्रवाई जारी है। कोरोनावायरस से चल रही जंग में यूपी पुलिस ने भी अब नियमों का पालन न करने वालों व कोई जानकारी छिपाने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है। हर जिले में जमातियों की तलाश की जा रही है और उन्हें क्वारनटीन किया जा रहा है। इसके साथ ही छिपे हुए जमातियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में प्रयागराज में भी छिपे हुए जमातियों और उन्हें छिपाने वाले प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शाहिद और 16 विदेशी जमातियों समेत कुल 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। विदेशियों की गिरफ्तारी फॉरेनर्स एक्ट के तहत दर्ज मामले में की गई है, जबकि प्रोफेसर शाहिद को जमातियों को चोरी-छिपे शहर में शरण दिलाने के आरोप और महामारी एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में गिरफ्तार किया गया है। ये सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे और इन्होंने इसकी जानकारी प्रशासन को देने के बजाय छिपा ली थी।

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गिरफ्तार किए गए आरोपितों में इंडोनेशिया के सात, थाईलैंड के नौ, केरल व पश्चिम बंगाल के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। शाहगंज की अब्दुल्ला मस्जिद और करेली के हेरा मस्जिद से जुड़े कई लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इन सभी को महबूबा गेस्ट हाउस समेत अन्य स्थानों पर क्वारंटाइन किया गया था। अब वहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाकर उन्हें पुलिस की गिरफ्त में होने की जानकारी दी गई है।