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West Bengal Election: ‘खेला होबे’ लिखने वाले के साथ ही ममता बनर्जी ने कर दिया ‘खेल’, देबांग्शु भट्टाचार्य के साथ देखिए क्या किया

West Bengal Election: अब इसकी इतनी डिमांड पश्चिम बंगाल चुनाव में है कि सीएम ममता बनर्जी भी अपने चुनावी मंच से इस देबांग्शु भट्टाचार्य के लिखे ‘खेला होबे’ को बार-बार दोहराती रहती हैं। पश्चिम बंगाल में तो शादियों में भी इस टीएमसी एंथम पर लोग नाचते-झूमते नजर आ जाते हैं।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए ममता बनर्जी की पार्टी ने अपने 291 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। पश्चिम बंगाल में चुनाव की घोषणा के पहले ही भाजपा और टीएमसी के बीच स्लोगन वार शुरू हो गया है। यह जंग अभी तक जारी है। लेकिन इस सब के बीच टीएमसी की तरफ से बांग्लादेश की राजनीति से उठाए गए एक स्लोगन ने धूम मचा दी है। वही है ‘खेल होबे’।

Debangshu Bhattacharya

आपके बता दें कि ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए इस स्लोगन ‘खेल होबे’ को देबांग्शु भट्टाचार्य जो पेशे से इंजीनियर और टीएमसी के बड़े समर्थक हैं ने पार्टी एंथम बना दिया है। इस एक शब्द ‘खेल होबे’ को देबांग्शु भट्टाचार्य ने ममता सरकार की योजनाओं के साथ जोड़कर एक पूरा पार्टी एंथम तैयार कर दिया है।

Debangshu Bhattacharya

अब इसकी इतनी डिमांड पश्चिम बंगाल चुनाव में है कि सीएम ममता बनर्जी भी अपने चुनावी मंच से इस देबांग्शु भट्टाचार्य के लिखे ‘खेला होबे’ को बार-बार दोहराती रहती हैं। पश्चिम बंगाल में तो शादियों में भी इस टीएमसी एंथम पर लोग नाचते-झूमते नजर आ जाते हैं। लेकिन देबांग्शु भट्टाचार्य के साथ कल यानि शुक्रवार को टीएमसी की तरफ से जो किया गया वह उसके लिए भी विश्वास करने लायक नहीं है।


देबांग्शु भट्टाचार्य को पता भी नहीं था ‘खेला होबे’ लिखने के लिए टीएमसी की तरफ से उसके साथ ही ‘खेल’ हो जाएगा। हुआ कुछ यूं कि ‘खेला होबे’ लिखनेवाले देबांग्शु भट्टाचार्य को उम्मीद थी कि उसे पार्टी की तरफ से टिकट मिलेगा और वह टीएमसी के टिकट पर राज्य में चुनाव लड़ेगे। लेकिन जब ममता बनर्जी 291 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर रही थीं तो उसमें देबांग्शु भट्टाचार्य का नाम नहीं था। टीएमसी ने देबांग्शु भट्टाचार्य के साथ यहीं ‘खेल’ कर दिया।


इस सूची के जारी होने से पहले देबांग्शु भट्टाचार्य को लेकर टीवी चैनलों पर खबर चलाई जा रही थी कि उन्हें टिकट जरूर मिलेगा। लेकिन तब सबकुछ बिखर गया जब ममता बनर्जी की सूची में देबांग्शु भट्टाचार्य का नाम नहीं था। पेशे से सिविल इंजीनियर और तृणमूल के यूथ लीडर देबांग्शु भट्टाचार्य के सपने को टीएमसी ने ही झटका दे दिया या यू कहें कि टीएमसी के ‘खेला होबे’ गीत लिखने वाले के साथ पार्टी ने ही ‘खेला’ कर दिया।