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Mahakumbh Amrit Snan : मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अखाड़ों का अमृत स्नान जारी, बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी लगा रहे डुबकी, हेलीकॉप्टर से की जा रही पुष्प वर्षा

Mahakumbh Amrit Snan : एक-एक कर सभी अखाड़ों के महामंडलेश्वर, संत और नागा साधु अमृत स्नान के लिए संगम तट पर पहुंच रहे हैं। अभी तक लगभग 5 करोड़ लोग संगम स्नान कर चुके हैं। कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी का कहना है कि कोई भगदड़ नहीं हुई थी अत्यधिक भीड़भाड़ की वजह से दुर्घटना हो गई थी।

नई दिल्ली। महाकुंभ प्रयागराज में हुई दुर्घटना के बाद भी श्रद्धालुओं के जोश में कोई कमी नहीं आई है। मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगा रहे हैं। वहीं अखाड़ों के अमृत स्नान की प्रक्रिया भी जारी है। एक-एक कर सभी  अखाड़ों के महामंडलेश्वर, संत और नागा साधु अमृत स्नान के लिए संगम तट पर पहुंच रहे हैं। संतों और आम श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जा रही है। आज अभी तक लगभग 5 करोड़ लोग संगम स्नान कर चुके हैं।

अभी तक जूना अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ा, अखिल भारती श्री पंच निर्वाणी अखाड़ा, पंच दशनाम, पंचायती महा निर्वाण अखाड़ा का अमृत स्नान संपन्न हो गया है। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने संगम में अमृत स्नान के बाद कहा, यह शुभ अवसर 144 साल बाद आया है और मैं पवित्र डुबकी लगाकर अभिभूत महसूस कर रहा हूं। भारत की एकता, अखण्डता, लोगों के कल्याण और विश्व में शांति के लिए मैंने पवित्र डुबकी लगाई है।

अवधेशानंद गिरी जी ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं से अपील की है कि जो जिस घाट पर है वहीं पर स्नान कर ले। इसी के साथ करोड़ों की भीड़ के बावजूद प्रशासन द्वारा अच्छी व्यवस्था के लिए उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस ऐतिहासिक महाकुंभ में अद्भुत व्यवस्थाएं की हैं।

आपको बता दें कि हादसे के बाद हालात के मद्देनजर सुबह अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान ना करने का फैसला किया था मगर स्थिति सामान्य होने के बाद अब अमृत स्नान की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी तरफ, कुंभ मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी का कहना है कि कोई भगदड़ नहीं हुई थी अत्यधिक भीड़भाड़ थी जिसके कारण कुछ श्रद्धालु घायल हो गए थे। स्थिति नियंत्रण में है, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मेरी श्रद्धालुओं से अपील है कि जो घाट उनके लिए खुले हैं, वहां आराम से स्नान करें।